Amber Srivastava Tag: मुक्तक 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Amber Srivastava 19 Aug 2020 · 1 min read हो सके तो। दिल खोलकर कीजियेगा आलोचना मेरी, बेशक चाहे मुझको कोस लीजियेगा, पर ऐसा भी क्या किया है मैंने, हो सके तो एक बार ये भी सोच लीजियेगा, वक्त ख़ुद ही एक... Hindi · मुक्तक 7 8 534 Share Amber Srivastava 13 Jul 2020 · 1 min read समझिए जनाब। बाअदब हर बात कहते हैं माना, सबसे बाइज़्ज़त मिलते हैं आप, ख़ुद को भी इज्ज़त बक्शिए ज़रा, कि अहमियत अपनी भी समझिए जनाब, कभी-कभी ख़ामोशी के भी, समझने चाहिए इशारे... Hindi · मुक्तक 9 8 472 Share Amber Srivastava 15 May 2020 · 1 min read अकारण। किसी के प्रति सम्मान की भावना अकारण हो , तो कारण जानने का प्रयास मत कीजिए, कुछ भावनाओं का अकारण होना ही उनकी सुंदरता है। -अंबर श्रीवास्तव Hindi · मुक्तक 4 1 446 Share Amber Srivastava 23 Apr 2020 · 1 min read निर्मल प्रीत। ना बंधन कोई उम्र का, ना रिवाज़ ना रीत है, ना भय है खोने का, ना है लालसा पाने की, उदाहरण हैं रिश्तों के ऐसे भी, जिनमें नि:स्वार्थ-निर्मल प्रीत है।... Hindi · मुक्तक 2 1 296 Share