Aman Sinha Tag: ग़ज़ल/गीतिका 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aman Sinha 4 Aug 2024 · 2 min read जॉन तुम जीवन हो तुमको पढ़ा, तुमको जाना, तो ये समझ में आया है, कितनी बेकरारी को समेट कर तूने कोई एक शेर बनाया है। रईसी ऐसी कि बस इशारों में मुआ हर काम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share Aman Sinha 31 Mar 2024 · 1 min read कई बात अभी बाकी है कुछ पल और ठहर जाओ के रात अभी बाकी है दो घूंट कश के लगाओ के कई बात अभी बाकी है जो टूटे है ख्वाब सारे वो बैठ के जोड़ेंगे... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 267 Share Aman Sinha 22 Mar 2024 · 1 min read संगदिल किस संगदिल से हम दिल को लगाए बैठे है वो खोये है खुद में हम खुद को भुलाए बैठे है राह जाती है गुजर कर दिल की नज़रों से कहीं... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक · शेर 246 Share Aman Sinha 14 Mar 2024 · 2 min read आंधी चिड़ियों के चहक में आज कोलाहल था शोर था उत्तर के पुरे आसमान में काले बादल का जोर था पेड़ अभी तक शांत खड़े थे धूल की न कोई रैली... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 231 Share Aman Sinha 8 Mar 2024 · 1 min read कम्बखत वक्त कम्बखत ये वक्त, बड़ा बेरहम है खुद ही दवा है और, खुद में ये जखम है हाथ होता है मगर ये, साथ होता है नहीं हक़ में लगता है मगर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 319 Share Aman Sinha 25 Jan 2024 · 2 min read आक्रोष खून खौल उठता है मेरा, आँख से आंसू बहते है एक बच्ची की स्मिता लुटी है, कैसे हम सब चुप बैठे है? कायर है लोग आजके, जो कहने से भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 368 Share Aman Sinha 6 Jan 2024 · 1 min read नौकरी मैंने उसे देखा वो काम में खोया रात भर जाग कर पूरी नींद ना सोया आंखे अभी बोझिल थी, भौंहे अब भी चढ़ी हुई बचे काम से उसकी जैसे, अब... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक · संस्मरण 1 392 Share