Aman Sinha Tag: ग़ज़ल 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aman Sinha 25 Aug 2024 · 1 min read हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू, दुनिया से क्यों डरती है? ये न समझे प्रेम को तेरे, इसमें तेरी क्या गलती है? प्रेम तेरा है निर्मल जल सा, थोड़ी भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · गीतिका · मुक्तक 363 Share Aman Sinha 4 Aug 2024 · 2 min read जॉन तुम जीवन हो तुमको पढ़ा, तुमको जाना, तो ये समझ में आया है, कितनी बेकरारी को समेट कर तूने कोई एक शेर बनाया है। रईसी ऐसी कि बस इशारों में मुआ हर काम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share Aman Sinha 31 Mar 2024 · 1 min read कई बात अभी बाकी है कुछ पल और ठहर जाओ के रात अभी बाकी है दो घूंट कश के लगाओ के कई बात अभी बाकी है जो टूटे है ख्वाब सारे वो बैठ के जोड़ेंगे... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 267 Share Aman Sinha 22 Mar 2024 · 1 min read संगदिल किस संगदिल से हम दिल को लगाए बैठे है वो खोये है खुद में हम खुद को भुलाए बैठे है राह जाती है गुजर कर दिल की नज़रों से कहीं... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक · शेर 246 Share Aman Sinha 16 Mar 2024 · 1 min read एक तरफ़ा मोहब्बत तू मुझे ना देखना चाहे तो ना सही मेरा तुझको ना देखना मुमकिन ही नहीं तेरा मुझको ना चाहना तेरी मर्ज़ी है पर तुझे मैं ना चाहूँ ये मुमकिन नहीं... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत 233 Share Aman Sinha 8 Mar 2024 · 1 min read कम्बखत वक्त कम्बखत ये वक्त, बड़ा बेरहम है खुद ही दवा है और, खुद में ये जखम है हाथ होता है मगर ये, साथ होता है नहीं हक़ में लगता है मगर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 319 Share Aman Sinha 6 Jan 2024 · 1 min read मैं क्या लिखूँ चाहता हूँ कुछ लिखूं , पर सोचता हूँ क्या लिखूं ? दिल में है जो वो लिखूं,या लब पे जो है वो लिखूं सोये हुए जज्बातो को, एक लफ्ज़ दूँ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक · संस्मरण 1 467 Share