Aman 6.1 Tag: मुक्तक 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aman 6.1 12 May 2020 · 1 min read 【【{◆◆रेशमी रुमाल◆◆}】】 जिदर भी नज़र जाए बिखरा पड़ा है, ये गुजरे वक़्त का कचरा,कतरा कतरा हुआ पड़ा है. खुशियों के फूल कभी देखे नही,गम तन्हाइयों का दर्द,हर तरफ उड़ता रहा है। बेरुखी... Hindi · मुक्तक 10 10 631 Share Aman 6.1 11 May 2020 · 2 min read 【【◆◆मजबूर मोहब्बत◆◆】】 #Sard_subh_ki_mulakat लेखक --अमनदीप सिंह? ?((((((((((मजबूर मोहब्बत))))))))))? उस सर्द सुबह को उसने मिलने बुलाया था, और अपने दिल का हाल सुनाया था. होगयी थी तय उसकी शादी,,मेरी दी निशानियों को उसने... Hindi · मुक्तक 5 4 623 Share Aman 6.1 11 May 2020 · 1 min read 【【◆◆भुचाला---मधुशाला◆◆】】 अंग अंग मे जिये जवाला, खोलू जब मैं मधुशाला. इश्क़ रोग ने ऐसा मारा, जैसे दिल पे गिरा हिमाला. आँख से रुके न भारी वर्षा, अंग अंग बना बिजली का... Hindi · मुक्तक 3 5 427 Share Aman 6.1 30 Apr 2020 · 1 min read 【【{{इश्क़ का मंगलसूत्र}}】】 तेरे इश्क़ का मंगलसूत्र मुझे भी अपने दिल में बांध लेने दे,ज़माना उंगली उठाता है. कब तक मिलूं तुझे चोरी छिपे,हर इंसान बातें बनाता है। हमारी मोहब्बत को भी ओढ़ने... Hindi · मुक्तक 4 732 Share Aman 6.1 30 Apr 2020 · 1 min read 【【{{{{बेवफ़ाई}}}}]] ठंडी तासीर की मोहब्बत थी धूप में किनारा कर गयी, उस शख्स की नादानी मेरे गमों को आवारा कर गयी. उसने तो ढूंढ ली एक छाँव सुकून की, मेरे तपते... Hindi · मुक्तक 4 345 Share Aman 6.1 28 Apr 2020 · 1 min read 【【{{{{पानी}}}}】】 ??((((((((((पानी))))))))))?? मुस्कराती ज़िन्दगी पानी बन गयी, टूटी सब उम्मीदें एक तरफा प्यार की कहानी बन गई. बढ़ना चाहा था जिन रास्तों पर उसका हाथ पकड़कर, वही रास्तों की रेत तूफानी... Hindi · मुक्तक 4 6 566 Share Aman 6.1 28 Apr 2020 · 1 min read 【【{{{{शहद}}}}】】 कसमों वादों पर हम यकीन नही करते, आशिक़ है हम किसी हसीना को गमगीन नही करते। हम तेरी ही अदा के दीवाने है,राह चलती हसीना पर हम तबियत रंगीन नही... Hindi · मुक्तक 4 4 665 Share Aman 6.1 28 Apr 2020 · 1 min read 【【{{जिंदादिली}}】】 तुमारी ख़बसूरती में छुपा दर्द देखा है, मैंने तुमारी आँखों में तुमारा ही एक चेहरा अलग देखा है. ज़माने की बेरुखी ने जो किया है सितम तुम पर, तुमारी मासूम... Hindi · मुक्तक 5 2 604 Share Aman 6.1 28 Apr 2020 · 1 min read 【【{{करवट}}】】 ये दिल मेरा घबराया क्यों है, वो ख्वाब मे मेरे आया क्यों है. बरसों बाद ये कैसी मुलाक़ात, ये रात को मुझे जगाया क्यों है। खामोशी थी एक मेरे दिल... Hindi · मुक्तक 5 4 484 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 1 min read 【{【{आब-ए-आईना}】}】 शब गुजरी है यादों से तकरारो में, अक्कासी,शेरगोई हमारे बस की बात नही रंगे-खूने-दिल फैला है इस गुर्बत की दीवारों में. जंजीर तोड़ के अपने ही गले में बांध लेना... Hindi · मुक्तक 3 558 Share