Aman Kumar Holy Tag: कविता 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aman Kumar Holy 6 Oct 2024 · 1 min read गांधी होने का क्या अर्थ है? गांधी होने का क्या अर्थ है? क्या मजबूरी का नाम है? या फिर मजबूती का नाम है गांधी। गांधी हाड़ मांस का एक पुतला भर नहीं, ना हीं लाठी के... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · गांधी जयंती · गांधी जी 66 Share Aman Kumar Holy 6 Oct 2024 · 1 min read हिंदुस्तान के लाल जिसने माटी का मर्म पहचाना, जिसने अपने कर्म को जाना। लिखा जिसने भारत की तकदीर, जिसने उठाया फौलादी शमशीर। गुदड़ी के लाल प्रचंड कहलाते वो, धन्य वो हिंदुस्तान के लाल... Hindi · कविता · जयंती · लाल बहादुर शास्त्री 1 28 Share Aman Kumar Holy 21 Feb 2024 · 1 min read प्रकाश जी रहे हो बस एक सहारे के सहारे, चलते हुए पथ पर उमंगें में थके हारे। मृत्यु रूपी अटल भयावहता से डरो मत प्यारे सच्चाई का दृढ़ता से करो सामना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 149 Share Aman Kumar Holy 21 Feb 2024 · 1 min read कैनवास इस कोरे कैनवास सी हो तुम, और मेरी ख़्वाहिशें आर्टिस्ट की कल्पना सी है। जिस पर मैं अपने स्पर्श से चटक रंग भरता हूं। इन स्वतंत्र वादियों सी हसीन खूबसूरत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share Aman Kumar Holy 17 Feb 2024 · 1 min read किसान चट्टानी पृष्ठ पर, कुदाल रूपी कलम लेकर लहू स्वेद की स्याही से उकेरते हैं लहलहाते हुए फसलों की आकृति। इस आकृति की प्रारंभिक स्वरूप है नन्ही सी बीज। जिसमें पड़ती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 90 Share Aman Kumar Holy 12 Feb 2024 · 1 min read पलटू चाचा राम राज्य की बहार में आगे दिखती हुई हार में पलटू चाचा कुर्सी लेकर, हाय पलट गए बिहार में । टूटा रिश्ता हाय चारा गया, कुर्सी से तेजू बेचारा गया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 128 Share Aman Kumar Holy 12 Jul 2023 · 1 min read बयां ए फितरत खुद को कोसूं या, कोसूं मैं तकदीर को। अपनी जिद को कोसूं मैं , कोसूं हाथों की लकीर को। मैं तो छूना चाहता था मन, दूर रखता था शरीर को।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · फितरत · मोहब्बत 4 139 Share Aman Kumar Holy 3 Jul 2023 · 1 min read बेफिक्री का बोझ बेफिक्र सा देखता है दूर से, आंखों से मजबूर होकर चलता है झुका कर सिर, भारी बोझ ढोकर। तपती दोपहरी में गली गली होकर उमस भरी गर्मी में भूखे-नग्न सो... Hindi · कविता · बचपन · बेफिक्री 2 160 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read किसान,जवान और पहलवान किसान तपती दोपहरी में, आंधी बरसात में हल गंडासे लिए हाथ में जो खून जलाता है पसीना बहाता है हल चलाता है अनाज उगाता है पालता है पेट देश का... Poetry Writing Challenge · Poem · कविता · किसान · जवान · पहलवान 3 263 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read चाय की घूंट और तुम्हारी गली मैं जब भी उस गली से गुजरता हूं, थोड़ा ठिठकता हूं थोड़ा संभलता हूं तुझसे नजरें बचाकर हरबार चलता हूं ढलता हूं सूरज सा चांद सा निखरता हूं यादों को... Poetry Writing Challenge · कविता 1 328 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read कली और गुलाब सबेरे जागकर उठा दिल पर कुछ भार सा लगा पतझड़ का यह मौसम कुछ दिलदार सा लगा। तन स्वस्थ था मगर दिल कुछ बीमार सा लगा। नाजुक कली का गुलाब... Poetry Writing Challenge · कविता 101 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read सुरमई शाम की एक जाम एक सुरमई शाम में, तू लौट आई है बनकर, नशा ! फिर मेरी जाम में। एक सुरमई ......। मैं तनहा- तनहा था, खुद में हीं खोया- खोया था, तेरे इंतज़ार,... Poetry Writing Challenge · अफेयर्स · कविता · प्रेम · सुरमई शाम 142 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read कौमी एकता बनाम सांप्रदायिकता लड़ो लड़ कर मर जाओ,अपने धर्म के लिए। कटो कटकर बंट जाओ,कट्टर कर्म के लिए। पर याद रखो मरने-मारने वालो, धर्म हित जीवन गुजारने वालों। इससे फायदा ना तुम्हारा होगा,... Poetry Writing Challenge · कविता · कौमी एकता · देशहित 250 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read रंगमंचीय पात्र हां मैं लाश हूं, चुप और हृदयहीन ना बेबस हूं न मजबूर न हंसता हूं न रोता हूं। क्योंकि संवेदना मर गई है, अनुभूतियां मैंने विदा कर दी है, मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · मृत्यु 2 295 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read सैनिक पहचान है यह वर्दी हमारी, वतन पर शहादत मेरा शान है। एक हाथ में थाम तिरंगा दूजा बंदुक, मुख पर जय हिंद का गौरव गान है। रक्त रक्त की बूंद... Poetry Writing Challenge · कविता · देशहित · वीर रस · सैनिक 234 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read मोहब्बत के चंद नाम सजते हुए ख्वाबों का, आशियाना है मोहब्बत, बेचैन दिल के लिए हंसने का बहाना है मोहब्बत। कुंवारों के लिए तो जीवनसाथी का ठिकाना है मोहब्बत, जवानों के लिए थोड़ा दिल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 185 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read श्री राम राम एक नाम नहीं, यह कर्तव्य का बोध है, पौरूषता, शील, चरित्र विचार का शोध है। घिर आए जब अंधकार की घटा, हर ओर, नाम राम का ही मात्र एक... Poetry Writing Challenge · कविता · श्री राम 1 385 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read बेटीयां मां बाप के लिए बहुत दुलारी है बेटियां, सुकोमल निराली सी प्यारी है बेटियां। तितलियों की सी चंचल होती है बेटियां, प्रकृति की सी निश्छल होती है बेटियां। अंधकार में... Poetry Writing Challenge · कविता 2 425 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read हिजाब बनाम भगवा गमछा कविता : हिजाब बनाम भगवा गमछा रचनाकार: अमन कुमार होली ------------------------------------------------- देश मेरा जल रहा है, अब आग ही आग है, लगता है रूठ रहा है, अब देश का ही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 165 Share Aman Kumar Holy 3 Jun 2023 · 1 min read हिंदुस्तान जिंदाबाद मोहब्बतों से भरा यह जहान जिंदाबाद, मेरी जान यह मातृभूमि, हिंदुस्तान जिंदाबाद। गांव की सोंधी माटी, खेत खलिहान जिंदाबाद, पंचनद भूमि, द्रविड़ भूखंड, बंगप्रदेश वीर प्रदेश राजस्थान जिंदाबाद। हिंद किरीट... Poetry Writing Challenge · कविता 1 332 Share Aman Kumar Holy 3 Jun 2023 · 1 min read सांवली हो इसलिए सुंदर हो सच बतलाऊं तो सांवली रंगत पर ही शाम शर्माती है। ढलती श्यामल भूतल पर ही सूरज की आभा मुस्काती है। खिलती है आकाश की लाली इठलाती है सांवली मुखड़े पर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 519 Share Aman Kumar Holy 17 May 2023 · 1 min read रूठना मनाना मुझे आपसे बेइंतहा प्यार हुआ है और आपको मुझसे नफ़रत। ख़ुदा करे मुक्कमल इश्क का यही दौर चलता रहे, मैं मनाता रहूं और आप यूं ही रूठी रहें। आपको मुझसे... Poetry Writing Challenge · कविता 471 Share Aman Kumar Holy 17 May 2023 · 1 min read प्रेम पथिक फूलों से पूछो बहारों से पूछो, अपने उन किरदारों से पूछो। जिसने मुझे तुम्हारा प्रेमी बनाया, मादकता में डूबी नजारों से पूछो। ऊषा मय पीली हरियाली से पूछो, गुलाबी कोंपलें... Poetry Writing Challenge · Trending1 · कविता 1 547 Share Aman Kumar Holy 17 May 2023 · 1 min read कर्मयोगी दीपक बनकर जो जलता है, उसे अंधकार क्या बुझा पाएगा? बनकर प्रभाकर चमकेगा वह, तम का तीव्र प्रभाव मिटाएगा। घोर घटाएं अंधकार की, चाहे घिर आए कितने हीं, जलद बन... Poetry Writing Challenge · Trending · कर्मयोगी · कविता 1 472 Share Aman Kumar Holy 17 May 2023 · 1 min read युद्ध के स्याह पक्ष युद्ध लाता है हर ओर घनघोर तबाही, युद्ध लाता है भयावहता का मंजर। युद्ध लाता है ईर्ष्या, युद्ध लाता है द्वेष, युद्ध लाता है हर विकार मन के अंदर। युद्ध... Poetry Writing Challenge · कविता · युद्ध 369 Share Aman Kumar Holy 16 May 2023 · 1 min read टैगोर राष्ट्रगान रचने वाले, एकला चलने वाले, मानवता जन सेवा हित करने वाले। दीन दुखियों के तुम नवनीत किरण, करता है "अमन" कोटि कोटि-कोटि तुम्हें नमन। जिस धरती ने रविंद्र लाल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 220 Share Aman Kumar Holy 15 May 2023 · 1 min read जिंदगी कभी मुश्किल तो, कभी आसान है जिंदगी, कभी उदासी कभी खुली मुस्कान है जिंदगी। कभी बिखरी बिखरी सी है, कभी सिमटी हुई ज़हान है जिंदगी कभी कभी अंजान राहों की,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 139 Share Aman Kumar Holy 15 May 2023 · 1 min read स्वतंत्रता की अक्षुण्णता के लिए, स्वतंत्रता की अक्षुण्णता के लिए, हर दौर में टकराएंगी तलवार। बरसेंगे गोले,गोलियों की होगी बौछार, हर दौर में शत्रुओं की होगी संघार। देश के लिए मर मिटेंगे हर मां के... Poetry Writing Challenge · कविता 1 241 Share Aman Kumar Holy 27 Jun 2021 · 1 min read वक्त का मंज़र मानव तू अपने को बड़ा समझता है हर गलतियां कर खुद को खरा समझता है, जरा वक्त का यह मंज़र देख। तेरी ही करनी है यह चाहे बवंडर हो या... Hindi · कविता 3 1 300 Share