Kalamkash Tag: लेख 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kalamkash 29 May 2025 · 1 min read शिव🔱 अनन्त हूँ, अपार हूँ, अथाह मैं, विशाल हूँ, अमोघ मैं, अरूप मैं, असीम दीर्घ काल हूँ। विनाश मैँ, विराट मैं, अनर्थ और अर्थ मैं, विधान मैं, प्रधान मैं, यथार्थ मैं,... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक · लेख · संस्मरण 75 Share Kalamkash 16 Apr 2025 · 1 min read क़ुर्बान करूँ इश्क़ कभी इश्क़ की ख़ातिर, क़ुर्बान करूँ इश्क़ कभी इश्क़ की ख़ातिर, हसरत है लुटा दूँ मैं सभी इश्क़ की ख़ातिर। Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · लेख · शेर 138 Share Kalamkash 11 Apr 2025 · 1 min read अपूर्ण प्रश्न और तो नहीं मुझे परन्तु चाह एक, जो सुनो, कहूँ विषाद, दुःख, कामना सभी। जो सुनो कहूँ अमोल अश्रुओं का घोर नाद, प्रेम में बही यहाँ अथाह प्रीत की... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक · लेख 110 Share Kalamkash 9 Apr 2025 · 1 min read जग सारा पण्डित बने, पढ़ कर चार किताब। जग सारा पण्डित बने, पढ़ कर चार किताब। जाना फिर भी ना कभी, मन का सरल सुभाव।। Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक · लेख 123 Share Kalamkash 2 Apr 2025 · 1 min read मन कि आँखें जो देखें, देख सके ना कोय। मन कि आँखें जो देखें, देख सके ना कोय। जो चाहो तुम देखना, देखो प्रीत सँजोय।। Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक · लेख 119 Share Kalamkash 24 Mar 2025 · 1 min read वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, ये तकल्लुफ़ है जिसे तू जानता है, खो चुका जाने कहाँ वो लड़का पागल, क्या अभी भी तू उसे पहचानता है? Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 123 Share Kalamkash 24 Sep 2024 · 1 min read मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, कहता हूँ इस जहाँ से मुझे दर्द चाहिए Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · लेख · शेर 238 Share Kalamkash 22 Sep 2024 · 1 min read पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है, पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है, कहता हूँ मैं जहाँ से, मुहब्बत अजीब है Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · लेख · शेर 204 Share Kalamkash 21 Jul 2024 · 1 min read फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा, फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा, सो, सारे तअल्लुक भुला दीजे जानाँ Hindi · Hindi Urdu · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 1 227 Share Kalamkash 19 Jun 2024 · 1 min read है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, मुहब्बत है शुरू होती यहीं से। तबीयत आज कुछ अच्छी नहीं है, है शायद हाल ये तेरी कमी से। है हर इक शक्स... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · लेख · शेर 2 269 Share Kalamkash 30 May 2024 · 1 min read तज़्किरे महक रही हैं ये सबायें, खिल उठे है गुंचे फिर, मचल रहा है फिर चमन, मचल रही हैं इशरतें, बहार बन के आयी हैं निशात ज़िन्दगी में फिर, है लगता... Hindi · Hindi Urdu · Nazm · Urdu Poetry · कविता · लेख 1 249 Share Kalamkash 22 May 2024 · 1 min read जब व्यक्ति वर्तमान से अगले युग में सोचना और पिछले युग में जी जब व्यक्ति वर्तमान से अगले युग में सोचना और पिछले युग में जीना शुरू कर देता है, तब वह कविता करने लगता है...✍️ Hindi · Hindi Motivational Quotes · कविता · लेख 1 234 Share