Arun Pradeep Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arun Pradeep 4 Nov 2018 · 2 min read माँ माँ ** अरुण प्रदीप शर्मा गर्मी की तपती धूप में बरगद सी छाया देती बादल जो उमड़ घुमड़ डराए छाती से है तू लिपटाती सर्दी की ठिठुरन में तू माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 36 690 Share Arun Pradeep 7 May 2017 · 1 min read हाइकु हाइकु 1 गीली गलियां भीगते तन मन आया सावन 2 मीठी ठंडक गुनगुनी सी धूप आया वसंत 3 कूकी कोयल अंबिया लदे वृक्ष सोने से आम 4 जमती सांसें गरमी... Hindi · कविता 430 Share Arun Pradeep 10 Mar 2017 · 1 min read होली होली के हुड़दंग में ,अपने कवि कलवालाल थे भंग चढ़ाये घूमते, मुंह पर भले गुलाल थोड़ी सी ही देर में, भंग की उठी तरंग सभी पड़ोसी हंस रहे, देख के... Hindi · कविता 602 Share Arun Pradeep 14 Jan 2017 · 1 min read बेटी :: एक विचार बेटी :: एक विचार -- अरुण प्रदीप सृष्टि रचना के समय पुरुष ने जब देखा होगा सर्वगुण संपन्न प्रकृति को तभी उपज होगा उसमें हीन भाव और सोच डालें होंगे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share