Ashok Kumar Raktale Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Kumar Raktale 6 Jul 2016 · 1 min read कह-मुकरी उसका रूप भुला ना पाऊं, छोडूं ना मैं जब पा जाऊं, उसके बिन यह दुनिया खोटी, क्या सखि साजन ? ना सखि रोटी ! गर्म करे वो रातें मेरी, ढँक... Hindi · कविता 1 2 737 Share Ashok Kumar Raktale 22 Jun 2016 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी / कैसी सरकार है. मेरा भी कहा न माने, तेरा भी कहा न माने, किसी का कहा न माने, कैसी सरकार है सुने ये गरीब की ना, सुने ये अमीर की ही, सुने नहीं... Hindi · कविता 1 2 699 Share