Akash Yadav Tag: मुक्तक 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Akash Yadav 9 Dec 2022 · 1 min read शहर में इतने ब्रेकर क्यों हैं, क्या गड्ढों पर विश्वास न था, शहर में इतने ब्रेकर क्यों हैं, क्या गड्ढों पर विश्वास न था, अपनों से ही बैर कर लिया, क्या गैरों पर विश्वास न था। !! आकाशवाणी !! #dailywritingchallenge Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 94 Share Akash Yadav 1 Jul 2021 · 1 min read डॉक्टर्स डे जब भी मैं किसी अस्पताल में जाता हूँ, तो खुद को पूर्ण विवश पाता हूँ, इलाज के नाम पर करते हैं ढोंग, निर्ममता के नाम पर रहते हैं मौन, क्यों... Hindi · मुक्तक 2 1 268 Share Akash Yadav 12 Jun 2021 · 1 min read कौन कैसा हो !!!! देश का प्रधान कैसा हो, समाज का आवाम कैसा हो, जीवन मे मुकाम कैसा हो, जेब से धनवान कैसा हो, ज़रा सोच मेरे ऐ बन्दे, तेरा परिधान कैसा हो आपस... Hindi · मुक्तक 2 3 367 Share Akash Yadav 23 Apr 2021 · 1 min read फरियादी बनाम अधिकारी वो यहां जान गंवाते रहे, ये वहां चुनाव लड़ाते रहे वो यहाँ O2 मांगते रहे, ये वहां वोट माँगते रहे वो यहाँ दर-दर भटकते रहे, ये वहां घर-घर मटकते रहे... Hindi · मुक्तक 1 387 Share Akash Yadav 4 Nov 2018 · 1 min read शब्द की महिमा शब्दों से संसार चल रहा, शब्दों से इंसान, शब्दों से ही स्वरूप बन रहा, शब्दों से सम्मान, शब्दों से सौहार्द बढ़ रहा, शब्दों से घमासान, शब्दों में पकवान बसे हैं,... Hindi · मुक्तक 3 303 Share Akash Yadav 25 Sep 2017 · 1 min read नारी जीवन भर वो जिम्मेदारियां निभाती रही, कभी बेटी तो कभी माँ कहलाती रही, न डरती थी वो न थकती थी वो, एक अग्नि सी जलती थी वो, हौसलों से सदा... Hindi · मुक्तक 2 331 Share