Ajit Kumar "Karn" Tag: कविता 182 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ajit Kumar "Karn" 5 Nov 2021 · 1 min read त्योहार के बहाने ही सही.... त्योहार के बहाने ही सही.... ???????? त्योहार के बहाने ही सही.... दूर कर लें अपने वे विकार ! मन में छुपे हैं जो कुविचार.... छोड़कर जिसे लाएं सुविचार !! सालों... Hindi · कविता 4 2 490 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2021 · 1 min read देखो ! आया त्योहार आया.... देखो ! आया त्योहार आया.... ???????? घर - घर मन रही , खुशियों की दीवाली । पग - पग सज रही , दीपमाला कितनी सारी ।। देखो ! आया त्योहार... Hindi · कविता 6 2 510 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2021 · 1 min read "बड़ी नादान है वो !" "बड़ी नादान है वो !" ?????? क्या करूं समझ नहीं आता , बड़ी हैरान है वो । गलतियाॅं तो की है उसने पर बड़ी नादान है वो।। दिल कोई सस्ती... Hindi · कविता 5 2 472 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Nov 2021 · 1 min read ? दीपावली कुछ ख़ास है ! ? ? दीपावली कुछ ख़ास है ! ? ????????? लोगों में आज खुशियाॅं अपार है , काफ़ी दिनों पर आई जो बहार है ! बच्चों में ग़ज़ब का ही उत्साह है... Hindi · कविता 6 4 376 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Nov 2021 · 2 min read अन्याय का प्रतिकार.... अन्याय का प्रतिकार.... ??????? मैं अभी शांत हूॅं... क्यों मैं शांत हूॅं...? चारों तरफ़ हो रहे अन्याय को ही देखकर मैं अभी भी शांत हूॅं !! ये कोई चुप्पी नहीं...... Hindi · कविता 5 889 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Oct 2021 · 2 min read बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! ?????????? बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! चारों ओर ही लाई कितनी खुशहाली !! कोरोना का तांडव जैसे थम सा... Hindi · कविता 7 2 495 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Oct 2021 · 1 min read "घमंडी" ?"घमंडी"? ????? "घमंडी" लोग हर जगह ही होते , अपने आप पे वे खूब गर्व करते , उन्हें आम लोगों की परवाह नहीं , बस, खुद को ही सर्वेसर्वा समझते... Hindi · कविता 6 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 28 Oct 2021 · 1 min read खट्टी-मीठी खुशियाॅं.... खट्टी-मीठी खुशियाॅं.... ?????? खट्टी-मीठी खुशियाॅं वो हैं , जिनमें खुशियाॅं तो होती , पर ग़म के साये में होती ! खुश तो होते हैं पर हॅंसी , खुल के प्रकट... Hindi · कविता 7 2 595 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Oct 2021 · 1 min read चोरी तेरी कल पकड़ी गई है... चोरी तेरी कल पकड़ी गई है... ???????? खुद को कितना छुपाओगे.... हक़ीक़त हर कोई जानता है ! आईने में कितना निहारोगे.... तू तो खुद को पहचानता है !! चोरी तेरी... Hindi · कविता 5 491 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Oct 2021 · 2 min read जगमग-जगमग जब सारे दीप जलेंगे.... जगमग-जगमग जब सारे दीप जलेंगे.... ??????????? कार्तिक अमावस्या की काली सी रात , प्रभु श्रीराम लौटे थे माॅं सीता के साथ , खुशी में अयोध्यावासी खूब झूम उठे थे... जलाकर... Hindi · कविता 7 2 590 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Oct 2021 · 1 min read रचना की गुणवत्ता पर ही ध्यान दें ! रचना की गुणवत्ता पर ही ध्यान दें ! ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ जिस रचना का कोई सार नहीं , ना हो पाठकों का लगाव कोई , फ़ालतू का समय लगा कर के.... ना... Hindi · कविता 5 2 786 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2021 · 2 min read अब तुम अकेली नहीं हो.... जब भी कोई वारदातें होती , या कोई परेशान तुझे करता , तुम बेझिझक जवाब दो उसे , क्योंकि तुम अकेली नहीं हो ! हाॅं, अब तुम अकेली नहीं हो!!... Hindi · कविता 7 2 571 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2021 · 1 min read सतयुग की झलक दिख जाए ! सतयुग की झलक दिख जाए ! ################# जब कोई ख़ुश कभी होता है तो मुझे भी ख़ुशी मिलती है ! और कोई दुखी जब होता है तो मैं भी दुखित... Hindi · कविता 7 4 584 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Oct 2021 · 1 min read कोई भी वैसा नहीं मिलता.... कोई भी वैसा नहीं मिलता.... ################ कोई वैसा नहीं मिलता.... जैसा हम-सब खोजते हैं !! बिस्तर से सुबह उठते ही , ऑंखें कुछ तलाशती है ! कोई वैसा नहीं मिलता....... Hindi · कविता 5 2 562 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2021 · 2 min read रिश्तों को बदला नहीं जा सकता ! रिश्तों को बदला नहीं जा सकता ! ################### हरेक इंसान में अनेकानेक गुण होते हैं.... और कुछ-न-कुछ खामियाॅं भी होती हैं ! इसी में से कुछ हमारे रिश्तेदार होते हैं... Hindi · कविता 6 2 533 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2021 · 2 min read वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... ################# वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... जिसके पंख पकड़ उड़ जाऊं !! दिन रात ही मेहनत करता हूॅं ! ईमानदारी में विश्वास रखता... Hindi · कविता 6 4 751 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Oct 2021 · 1 min read दिल जीत जाना है ! दिल जीत जाना है ! ########### लिखना हो तो देश के लिए लिखो ! औरों को क्षतिग्रस्त कितना करोगे ? मरना हो तो सदा देश पे मर मिटो ! दुश्मन... Hindi · कविता 6 4 618 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Oct 2021 · 1 min read गलतियाॅं कभी-कभी हो जाती हैं ! गलतियाॅं कभी-कभी हो जाती हैं ! ################### चाहे लाख कोशिशें आप कर लें.... हर दफा कितना भी सतर्क रह लें.... चित्त अपनी बिल्कुल एकाग्र कर लें... स्वेच्छानुसार पूर्वाभ्यास भी कर... Hindi · कविता 7 6 578 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2021 · 1 min read सबकी अच्छाई चुरा लो ! सबकी अच्छाई चुरा लो ! ############## सबकी अच्छाई चुरा लो सबकी खामियाॅं भुला दो बहुत बड़ा तुम बन जाओगे गर बिल्कुल ऐसा ही कर दो ! सबमें ही गुण-अवगुण होते... Hindi · कविता 7 4 760 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Oct 2021 · 1 min read आपस में सभी भाई-भाई हैं ! आपस में सभी भाई-भाई हैं ! ################ लड़ते हैं...., झगड़ते हैं.... कभी गले भी मिलते हैं ! एक साथ उठते, बैठते हैं ! किसी-किसी बात पर तो.... शिकवा,शिकायत भी करते... Hindi · कविता 8 747 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Oct 2021 · 1 min read किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! ################## कभी भी किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! ना ही कभी धूमिल होने देते वे अपनी छवि! उन्हें तो स्वच्छंद उड़ान... Hindi · कविता 7 4 486 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Oct 2021 · 1 min read आज खुशियाॅं लौटी हैं ! आज खुशियाॅं लौटी हैं ! ############# बहुत दिनों के बाद.... आज खुशियाॅं लौटी हैं ! दहक रहा था.... तन - बदन मेरा ! उखड़ा-उखड़ा सा था.... नादां ये मन मेरा... Hindi · कविता 7 4 669 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Oct 2021 · 1 min read सफ़र को यादगार बना जाना ! सफ़र को यादगार बना जाना ! ################# चला जा रहा हूॅं.... चला जा रहा हूॅं.... सफ़र में बस यूॅं ही , चला ही जा रहा हूॅं !! ना कोई मंज़िल... Hindi · कविता 5 4 636 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Oct 2021 · 1 min read त्योहार के इस मौसम में.... त्योहार के इस मौसम में.... ############### कुछ बेहतर करने का हम प्रण लें ! त्योहार के इस मौसम शानदार में !! उन सारी खामियों को जड़ से भूलें... जो घटित... Hindi · कविता 6 2 594 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2021 · 2 min read "ज़रूरत" "ज़रूरत" ##### सभी भागे भागे फिरते हैं.... अपनी ज़रूरतों के पीछे ! फिर भी ज़रूरतें किसी की , कभी भी पूरे ही ना होते ! कितनी कश्मकश भरी है.... ये... Hindi · कविता 8 9 699 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read क्या सिर्फ़ छू सकता वही आसमान है? क्या सिर्फ़ छू सकता वही आसमान है? ##################### सुधी पाठकों का प्यार जिसने पा लिया , उसने मानो नया इक संसार बना लिया ! उसकी बयानबाजी से क्या फ़र्क पड़ता?... Hindi · कविता 7 609 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read 'पूज्य राष्ट्रपिता को प्रणाम' ! 'पूज्य राष्ट्रपिता को प्रणाम' ! ???????? सत्य, अहिंसा का जिसने दिया था सुंदर सा संदेश अहिंसा के जिस पुजारी को नापसंद थी ईर्ष्या,द्वेष सदैव चाहते वे कि आपस में ना... Hindi · कविता 6 10 517 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read किसी तरह से उसने आसमान छुआ ! किसी तरह से उसने आसमान छुआ ! ##################### इतने दिनों की उदासी अब ख़त्म हुई ! दिल से दिल की शुरू आज जश्न हुई ! छाया जो था अंधकार सा... Hindi · कविता 5 2 594 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Sep 2021 · 2 min read आपस में मिल-जुलकर रहें ! आपस में मिल-जुलकर रहें ! ################ आपस में सदा मिल-जुलकर रहें ! एवं एक दूसरे की भावनाऍं समझें ! हमारा ये जीवन बहुत ही कीमती है ! हरेक कठिनाइयों का... Hindi · कविता 9 4 834 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Sep 2021 · 2 min read पुरुषों को भी जीने दें ! पुरुषों को भी जीने दें ! ############# आपको किसने कहा था.... मेरा पीछा करने के लिए ! और यदि पीछा किया भी तो.... बीच राह में साथ छोड़ने के लिए... Hindi · कविता 6 4 617 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 1 min read विचित्र घड़ी.... विचित्र घड़ी.... ######## बहुत ही विचित्र घड़ी आ गई है ! कोई किसी को पूछ तक नहीं रहा है ! जो आपस में गहरे दोस्त हुआ करते थे ! वो... Hindi · कविता 6 938 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 2 min read साहित्य का मान बढ़ाएं ! साहित्य का मान बढ़ाएं ! ############## लोग रचना की हर पंक्ति पढ़ते तक नहीं ! कौन सा शब्द सही और कौन सा है गलत, यह देखते तक नहीं ! बिना... Hindi · कविता 8 6 629 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Sep 2021 · 2 min read किसी तरह.... किसी तरह.... ######## मेरा ये जीवन यूॅं ही कट जाए किसी भी तरह..... किसी न किसी तरह कष्ट तो बहुत सारे हैं.... जिसे हम सह नहीं पाते हैं पर ईश्वर... Hindi · कविता 5 2 756 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Sep 2021 · 1 min read सबका ही उद्धार होगा ! सबका ही उद्धार होगा ! •••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैं तो सदा सबकी भलाई ही चाहता ! नहीं कभी किसी की उम्मीद हूॅं तोड़ता ! किसी के सफ़र का साथी ही बन... Hindi · कविता 5 605 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Sep 2021 · 1 min read रात के ॲंधेरे में किसी ने वार किया ! रात के ॲंधेरे में किसी ने वार किया ! •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ रात के ॲंधेरे में किसी ने वार किया ! पीठ के पीछे से वो कड़ा प्रहार किया ! सच... Hindi · कविता 5 489 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Sep 2021 · 2 min read जय हिन्दी ! जय हिन्दुस्तान !! जय हिन्दी ! जय हिन्दुस्तान !! ••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैं हर तरफ ही देख रहा हूॅं ! लोग प्रायः हिन्दी भाषा का इस्तेमाल तो करते हैं ! पर लिपि के रूप... Hindi · कविता 4 812 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Sep 2021 · 2 min read "हिन्दी" : राष्ट्रभाषा कब बनेगी....? "हिन्दी" : राष्ट्रभाषा कब बनेगी....? ×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•× हिन्दी की इतनी दुर्दशा , मुझसे देखी नहीं जाती ! अपने ही देश में ये भाषा , कदापि पूजी नहीं जाती !! व्यापक प्रसार... Hindi · कविता 7 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 12 Sep 2021 · 1 min read फेसबुक पर मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! फेसबुक पर मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ फेसबुक पर , मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! मन में उठ रहा हर संशय अब ख़त्म हुआ ! जैसा... Hindi · कविता 9 8 804 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Sep 2021 · 1 min read कुछ सपने अधूरे ही रह जाते हैं ! कुछ सपने अधूरे ही रह जाते हैं ! ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जीवन की आपाधापी में सब दौड़ चले हैं ! घर - बार अपना सब यूॅं ही छोड़ चले हैं !... Hindi · कविता 8 2 680 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Sep 2021 · 1 min read ईश्वर सदा सबकी ही सुनते हैं ! ईश्वर सदा सबकी ही सुनते हैं ! ••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ईश्वर सदा सबकी ही सुनते हैं ! नहीं कोई भेदभाव वे करते हैं ! जो पूर्ण भक्ति भाव से चरणों में... Hindi · कविता 8 4 819 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Sep 2021 · 2 min read घटित जब कुछ विचित्र कभी हो.... घटित जब कुछ विचित्र कभी हो.... ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज कुछ विचित्र सी बात हुई ! तत्क्षण, मैं काफ़ी डर गया था ! पर वो तो अच्छे के लिए ही हुई... Hindi · कविता 6 634 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Sep 2021 · 1 min read मेरा वो दोस्त क्यों नाराज़ है ?? मेरा वो दोस्त क्यों नाराज़ है ?? ••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मेरा दोस्त क्यों नाराज़ है ? बहुत दिनों से आ नहीं रही... मेरी समझ में ये बात है !! मुझे कुछ... Hindi · कविता 7 2 587 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Sep 2021 · 1 min read हम परमात्मा को ढूंढ़ेंगे ! हम परमात्मा को ढूंढ़ेंगे ! ••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ किसी तरह ये ज़िंदगी कट जाए... दिन-रात मैं बस, यही सोचता हूॅं ! राहों के राही की मदद कर जाएं... ईश्वर से दुआ... Hindi · कविता 5 4 592 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक ( शिक्षक दिवस पर विशेष ) शिक्षक ( शिक्षक दिवस पर विशेष ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जो नित ज्ञान का दीप है जलाता ! वो इंसान ही है शिक्षक कहलाता !! खुद जलकर जो औरों का पथ... Hindi · कविता 6 2 962 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Sep 2021 · 2 min read औरतों को खूब सम्मान दें ! औरतों को खूब सम्मान दें ! •••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ औरतों को खूब सम्मान दें ! ना कभी उनका अपमान करें ! कुछ छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं ! आए दिन सुनने... Hindi · कविता 6 4 617 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Sep 2021 · 1 min read बड़ी मुश्किल में है ये डगर ! बड़ी मुश्किल में है ये डगर ! ••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इस जीवन का डगर मुश्किल है इस कदर डरना नहीं है मगर बस, चलते जाना है शहर - दर - शहर... Hindi · कविता 9 4 796 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Aug 2021 · 1 min read सच्ची दोस्ती का फ़र्ज़ मुझसे अदा किया ! सच्ची दोस्ती का फ़र्ज़ मुझसे अदा किया ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज किसी से मुझे हो मुलाकात गई ! फिर धीरे-धीरे खुल मेरी जज़्बात गई ! उसने बताई मुझे ऐसी कई... Hindi · कविता 6 3 735 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Aug 2021 · 1 min read कारनामों से कितनी अद्भुत है वो.... कारनामों से कितनी अद्भुत है वो.... •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कब से ही देख रहा हूॅं मैं उसे रास्ता मेरा रोके जा रही है वो समझने को तैयार ही नहीं वो बस... Hindi · कविता 6 4 556 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Aug 2021 · 1 min read चलो चलते हैं ! चलो चलते हैं ! ••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐ जब कुछ करेंगे तब हम बचेंगे ! चारों ओर से ही ऑंधी-तूफान चली है ! वैसे तो पहले से ही चेतावनी दी गई थी... Hindi · कविता 6 6 689 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Aug 2021 · 1 min read मैं तो मन से अपना काम करूंगा ! मैं तो मन से अपना काम करूंगा ! •••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैं तो मन से अपना काम करूंगा ! भले नापसंदगी किसी की रहती हो ! मैं तो अब से किसी... Hindi · कविता 6 971 Share Previous Page 2 Next