Ajit Kumar "Karn" 334 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "परिमल" "परिमल" ??? अपने ज्ञान का परिमल जग में इतना डालो। एक अलग खूबसूरत सी दुनिया बना डालो। सुरभित हो हर चमन , उपवन इस जहाॅं में , हर चमन का... Hindi · मुक्तक 4 384 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "बिनाई" "बिनाई" ??? हो नज़र-ए-इनायत ही हरेक दृष्टि , करुणा रूपी बिनाई की अतिवृष्टि , ख़ुलूस-ए-दिल हो जनमानस का , तो बाग बाग खिल उठे ये प्रकृति। ~अजित कुमार "कर्ण" ✍️... Hindi · मुक्तक 4 258 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Mar 2022 · 1 min read "दयार" "दयार" ??? दयार समृद्ध होगा , हर कोई खुशहाल होगा। अन्यथा गम के आंसू संग जनता बेहाल होगा। रहें जहाॅं भी , पूरा तन मन समर्पण हो जाए , बेशक,भारतवर्ष... Hindi · कोटेशन 5 388 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Mar 2022 · 1 min read "ज़ीनत" "ज़ीनत" ??? ज्ञान , विवेक व सद्कर्म ही होगा जब इंसान का ज़ीनत, मानवता की राह ना कर पाएगा अवरूद्ध कभी नफ़रत। परोपकार, दया, धर्म के साथ फैलेगा चहुॅंओर उजियारा,... Hindi · कोटेशन 6 396 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Mar 2022 · 1 min read "परछाई" "परछाई" ??? बरगद विटप की ही तरह हो अगर परछाई । प्रतिच्छाया से जो करता सबकी ही भलाई । अविरल सा अवशोषित करता उष्णता को , ठंडक से प्यास बुझा,... Hindi · कोटेशन 4 340 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Feb 2022 · 1 min read "महजबीं" "महजबीं" __________ कल रात ख़्वाबों में आई थी एक हमनशीं । खूबसूरत सी, प्यारी सी जैसे कोई महजबीं । चाॅंद भी सामने पड़ जाए उनके थोड़ी फीकी , ऐसी ही... Hindi · कोटेशन 7 4 370 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Feb 2022 · 1 min read "ऋतुराज वसंत" "ऋतुराज वसंत" ????? माघ मास आए जब ऋतुराज वसंत। हो जाए सर्दी व शरद ऋतु का अंत । हरियाली युक्त धरा सजी दुल्हन सी , तरु नव किसलय सरसों टेसू... Hindi · मुक्तक 7 4 750 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Feb 2022 · 1 min read "नुमाइश" "नुमाइश" ??? नुमाइश इतनी ना हो कि हकीकत ही बदल जाए । आते-जाते, अपने पराए सबके दिल से उतर जाए। नक़ाब चेहरे का जिस दिन उतारने को मजबूर होंगे, उस... Hindi · मुक्तक 7 4 340 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Feb 2022 · 1 min read "वरदान" "वरदान" ##### ??"वरदान"?? ??????? माॅं "सरस्वती" हमें "वरदान" ऐसा दीजिए। हर अज्ञानी को "प्रसाद"' ज्ञान का दीजिए। सच्चाई की राह पे जगत का कल्याण हो, ऐसी ही युक्ति जन-जन में... Hindi · मुक्तक 5 360 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Feb 2022 · 1 min read "फुर्क़त" "फुर्क़त" ??? कुछ पल की फुर्क़त है झेलना मुश्किल । जब एक ही धड़कन में धड़कते दो दिल। तलाशती रहती है निगाहें अपलक तुम्हें ; जब तक फिर से ना... Hindi · मुक्तक 6 2 505 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Feb 2022 · 1 min read "मुद्दत" "मुद्दत" ??? मुद्दत बाद भी सूरत नहीं बदला जा सका देश का ! सरकार भले ही भाजपा की रही हो या कांग्रेस का ! आजादी संग आशाएं जगी थी सबकी... Hindi · कोटेशन 4 683 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Feb 2022 · 2 min read अगर तू ना होती ! ?अगर तू ना होती !? ??????? मेरी माॅं, अगर तू ना होती ; मेरा अस्तित्व भी ना होता ; तुझसे ही तो है वजूद मेरा ; तेरे बिन हम कुछ... Hindi · कविता 7 2 504 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Feb 2022 · 1 min read "वरदान" ?? "वरदान" ?? ??????? आज का विषय जब 'वरदान' है । लेते इसका शब्दार्थ हम जान हैं । देवता,ऋषियों आदि से प्राप्त वर; जो आते बहुत ही हमारे काम हैं।।... Hindi · कविता 5 378 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jan 2022 · 2 min read "नौ मुक्तक" : ( पतंग ) "नौ मुक्तक" : ( पतंग ) ############# ??"पतंग"?? (१) सुन ''पतंग'' का नाम, उमड़ते दिल में अरमान। हर जन का मन विचरे कि वो छू ले आसमान। परस्पर सहयोग और... Hindi · मुक्तक 7 4 599 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jan 2022 · 2 min read "मजबूर" "मजबूर" ??? हिय ख्वाहिशें अनंत ही पलती हैं ! ख़्वाब भी तो हज़ारों में सजते है ! दिन-रात जो उड़ान हेतु विचरती है ! पर हक़ीक़त कुछ और ही होती... Hindi · कविता 4 341 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jan 2022 · 1 min read "मुक्तक" : ( यूॅं किसी की भावनाएं.... ) "मुक्तक" : ( यूॅं किसी की भावनाएं.... ) ?️??️??️??️??️??️ आजकल कोई भी किसी को न पूछ रहे ! बस, सदैव अपनी ही हित उन्हें सूझ रहे ! यूॅं किसी की... Hindi · मुक्तक 6 358 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jan 2022 · 1 min read "मुक्तक" : ( कड़ाके की ठंड ) "मुक्तक" : ( कड़ाके की ठंड ) ?️?️?️?️?️?️?️?️ पर रही है इस सर्दी में कड़ाके की ठंड । हल्की रजाई से ना हो रही इसकी अंत । दिन में नभ... Hindi · मुक्तक 5 2 366 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jan 2022 · 2 min read क्या हम भी उनसे कुछ अपेक्षा करते हैं? क्या हम भी उनसे कुछ अपेक्षा करते हैं? ??????????? हम पर भरोसा तो सभी करते हैं.... हमारी राह सदा वे आसान करते हैं , हमारे लिए खुद ही कितने कष्ट... Hindi · कविता 7 2 361 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jan 2022 · 1 min read "अच्छी सीरत नहीं" "अच्छी सीरत नहीं" ?????? लोगों के बात की उतनी कीमत नहीं । सदैव होती उनकी कम फजीहत नहीं । ना दिखती सुधार की कोई भी प्रवृत्ति , सूरत से सुंदर... Hindi · मुक्तक 4 389 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jan 2022 · 2 min read "स्वतंत्र" ( संस्मरण ) ?"स्वतंत्र" ( संस्मरण )? ???????? मैं आरंभ से ही पारिवारिक माहौल में जीने में विश्वास रखता हूॅं । बचपन में माता पिता का प्यार मेरे लिए ख़ास मायने रखता था... Hindi · लघु कथा 5 2 519 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jan 2022 · 1 min read चापलूसों का ही तो ज़माना है ! चापलूसों का ही तो ज़माना है ! ???????? चापलूसों का ही तो ज़माना है। चापलूसों ने हार कब माना है।। जहाॅं जाओ चापलूस मिल जाते ! किये कराए पर पानी... Hindi · कविता 6 6 654 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jan 2022 · 1 min read अनुभव बड़े काम की चीज़ है ! अनुभव बड़े काम की चीज़ है! ???????? अनुभव बड़े काम की चीज़ है ! आप जितना भी ज्ञानी हो जाएं.... पर जो आपके पास अनुभव नहीं ! तो वे सारे... Hindi · कविता 6 4 449 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jan 2022 · 1 min read ग़म से कभी ना घबराएं ! ग़म से कभी ना घबराएं ! ??????? ग़म से कभी भी ना घबराएं , ये हमें आगे तक ले जाते हैं ! मन भटकाव से सदा दूर रख , कार्यों... Hindi · कविता 4 411 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Jan 2022 · 1 min read हुआ साहित्य का ह्रास ! हुआ साहित्य का ह्रास ! ?✍️?✍️?✍️? किसी प्रतियोगिता में लिया था भाग मैं आज ! सृजन करी थी मैंने दिए विषय पे कुछ ख़ास ! टकटकी लगा रखा था मैंने... Hindi · कविता 4 489 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Jan 2022 · 1 min read कल रहूॅं ना रहूॅं ! कल रहूॅं ना रहूॅं ! ========== बचपन से ही कितने , ख़्वाब संजोए थे हमने ! अपनों के संग मिलकर , अनेक सपने बुने थे हमने !! बड़ी ही शिद्दत... Hindi · कविता 4 4 468 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jan 2022 · 2 min read "पहचान" "पहचान" ====== शुरू होती जब कभी कोई नई कहानी , सभी पात्रों को पड़ती है पहचान बतानी । किरदार तो निभाते सभी उस रंगमंच में... पर अहम वो हैं जिसने... Hindi · कविता 7 4 536 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jan 2022 · 1 min read आज कुछ ऐसा हुआ ! आज कुछ ऐसा हुआ ! ?????? आज कुछ ऐसा हुआ ! वो मुझपे गुस्सा हुआ ! निरंतर यह सोच रहा.... ऐसा क्यों किस्सा हुआ ?? स्वरचित एवं मौलिक । अजित... Hindi · मुक्तक 4 399 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Jan 2022 · 1 min read हर सपने इस वर्ष पूरे हों ! हर सपने इस वर्ष पूरे हों ! ??????? इक नया साल फ़िर आ चुका है , इक नई-सी शुरुआत ला चुका है ! बीते वर्ष से ख़ास सबक लेकर.... सबके... Hindi · कविता 5 2 451 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( मेरी समझ में.... ) "मुक्तक": ( मेरी समझ में.... ) ???????? मेरी समझ में ये नहीं आ रहा ! वो मुझे इतना क्यों समझा रहा ! उसे तो ये पता ही नहीं होगा.... कि... Hindi · मुक्तक 8 5 490 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 1 min read भले कोई भी विजेता हो जाए... भले कोई भी विजेता हो जाए.... ????????? हर कोई मैदान में कूद पड़े हैं ! इरादे पे अपने वे ख़ूब अड़े हैं ! भले कोई भी विजेता हो जाए... पर... Hindi · मुक्तक 6 288 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 2 min read किस्मत में उतार-चढ़ाव ही तो जीवन है ! किस्मत में उतार-चढ़ाव ही तो जीवन है ! ??????????? माना कि ज़िंदगी से हैं आप परेशान ! नहीं हो रहा समस्याओं का समाधान ! खड़े कर रहा कोई न कोई... Hindi · कविता 5 803 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( सबकी आशाएं.... ) "मुक्तक" : ( सबकी आशाएं.... ) ????????? सबसे ही जुड़ी सबकी आशाएं हैं ! पूरी गर ना हों तो होती निराशाएं हैं ! सभी एक दूसरे का ख़्याल जो रखें...... Hindi · मुक्तक 7 497 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( कोई मेहनत से हासिल....) "मुक्तक": ( कोई मेहनत से हासिल....) ??????????? मुझे तो बहुत ही खुशी हो रही है ! उन्हें भी खूब खुशी जो मिल रही है ! कोई मेहनत से हासिल कुछ... Hindi · मुक्तक 6 6 280 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( कुछ ऐसा करते हैं ) "मुक्तक" : ( कुछ ऐसा करते हैं ) ????????? चलो आज हम कुछ ऐसा करते हैं । सबकी अपेक्षाओं पे खड़े उतरते हैं । ख़्वाब जो दिल में उमर -... Hindi · मुक्तक 4 386 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Dec 2021 · 1 min read वक्त तो सबका ही आएगा.... वक्त तो सबका ही आएगा.... ???????? ऐ मेरे प्यारे दोस्तों ! यूॅं परेशान ना हों ! वक्त तो सबका ही आएगा.... यूॅं ही फिजूल में रोना धोना तो छोड़ो !... Hindi · कविता 8 2 408 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Dec 2021 · 1 min read "इज़्ज़त" "इज़्ज़त" ##### इज़्ज़त शब्द का महत्व है ख़ासा , यह सभ्यजनों का वजन है बढ़ाता , सबको इक नई पहचान है दिलाता ! संग में कितने सम्मान भी दिलाता !!... Hindi · कविता 6 4 569 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( जीवन में मिलना बिछुड़ना.... ) "मुक्तक": ( जीवन में मिलना बिछुड़ना.... ) ####################### जीवन में मिलना बिछुड़ना तो लगा ही रहता ! इससे किसी को कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता ! सच है कि कुछ... Hindi · मुक्तक 5 264 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( नव वर्ष का आगमन है ) "मुक्तक": ( नव वर्ष का आगमन है ) ################### देखो , नव वर्ष का आगमन है । खिलने को आतुर हर चमन है । गिले - शिकवे सारे ही भूलकर...... Hindi · मुक्तक 4 341 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( जो नियति है वो.... ) "मुक्तक" : ( जो नियति है वो.... ) ????????? जो नियति है वो होकर ही रहेगा ! भले किसी को ये अजूबा लगेगा ! भले ही लाख प्रयत्न कर लें... Hindi · मुक्तक 5 488 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Dec 2021 · 1 min read हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! ?????? हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! अब तुम ही कुछ करो ! दुनिया में कितने दुखी हैं , तुम सबके कष्ट... Hindi · कविता 5 673 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Dec 2021 · 2 min read ये अनजाना सा डर कैसा ?? ये अनजाना सा डर कैसा ?? ???????? दिन रात करते हैं हम कर्म अपना ! औरों की सेवा है जब धर्म अपना ! ना कभी किसी का कुछ बिगाड़ते ,... Hindi · कविता 6 2 452 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Dec 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( एक अगली ग़ज़ल में.... ) ग़ज़ल : ( एक अगली ग़ज़ल में.... ) ?????????? एक अगली ग़ज़ल में सारी बातें कह जाता । कहने को उससे आगे कुछ भी न रह जाता ।। उनकी ओर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 575 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Nov 2021 · 1 min read "ग़ज़ल" : ( खूब बदलते देखा है ) "ग़ज़ल" : ( खूब बदलते देखा है ) ????????? हमने मौसम का मिज़ाज "खूब बदलते देखा है"। ओहदा किसी का बढ़ जाए, तेवर चढ़ते देखा है।। हर दिन जो औरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 5 554 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Nov 2021 · 1 min read "ग़ज़ल" "ग़ज़ल" ??? मैंने पढ़ ली तेरे दिल की बात,अब तड़पाओ न । क्या तूने पूछा मेरे दिल का हाल, बतलाओ न ।। तेरे ही इशारे पर तो अफसाने बनने शुरू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 4 499 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Nov 2021 · 1 min read किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया ! किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया ! ????????? किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया । मुझे बहुत नुक़सान दिला दिया । चाहकर भी करूॅं तो क्या करूॅं ? इक प्रतियोगिता... Hindi · मुक्तक 5 4 489 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Nov 2021 · 1 min read वरना हार स्वीकारना होगा ! वरना हार स्वीकारना होगा ! ???????? देश को खोखला कर रहे तत्वों को पहचानना होगा । ऊंच नीच का भेद करनेवालों को ललकारना होगा । वरना इस महान देश की... Hindi · मुक्तक 6 6 548 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Nov 2021 · 1 min read अंज़ाम की चिंता ना करें ! अंज़ाम की चिंता ना करें ! ??????? कई नफा-नुकसान का ध्यान रख , हम ज़ुल्म हर तरह के सहते जाते ! और समाज में पनप रहे सारे दरिंदे , ओछी... Hindi · कविता 6 2 540 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Nov 2021 · 1 min read कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! ???????? कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! कभी ना सोचें कि वैसा होता ! हम जैसे भी हैं उसी में खुश रहें... Hindi · कविता 7 6 424 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Nov 2021 · 1 min read दिल से दिल का तार मिला लें ! दिल से दिल का तार मिला लें ! ????????? क्या रिश्ते नाते होते सारे इसी लिए हैं.... कि आपस में ही हम सब झगड़ पड़ते हैं ! ऐसी बातें तो... Hindi · कविता 7 4 507 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Nov 2021 · 1 min read खुशी रो पड़ी ! खुशी रो पड़ी ! ???? माहौल कुछ ग़मगीन हुई, खुशी रो पड़ी ! बहना जो उसकी ससुराल को चल पड़ी ! भावनाओं को नियंत्रित किया था उसने , पर ,... Hindi · मुक्तक 7 2 502 Share Previous Page 2 Next