Shashank Kulkarni Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashank Kulkarni 17 Nov 2020 · 1 min read आगे बढ़ना काम हमारा..! आगे बढ़ना काम हमारा जलने दो जलना है जिनको आगे बढ़ना काम हमारा भारत मां के राष्ट्र यज्ञ में समिधा का है स्थान हमारा ।। धृ ।। बाधाएं बाधक होने... Hindi · कविता 1 1 491 Share Shashank Kulkarni 17 Nov 2020 · 1 min read यौवन यौवन यौवन हूं मै अजिंक्य हूं युवक हो सकता पराजित लेकिन मै अपराजित हूं ।। धृ ।। मै बूंद हूं उस सागर का लहरों से थोड़ा ही डर जाऊंगा हूं... Hindi · कविता 1 347 Share Shashank Kulkarni 17 Nov 2020 · 1 min read चिंगारी चिंगारी यह कविता नहीं, चिंगारी है... फिर दिल दिल से जाग उठेगी राष्ट्र पुरुष को स्मरते, स्मरते इसकी अन्तिम सास रुकेगी ।। धृ ।। यह शब्दों का खेल नहीं ना... Hindi · कविता 2 640 Share Shashank Kulkarni 22 Mar 2020 · 1 min read घोसला घोसला बनते बनाते मिट गई सारी जवानी अब घोसला तो बन गया पर क्या ? फिर से लौटेगी जवानी ।। धृ।। घोसला तो एक जरूरत थी चलो ओ भी पूरी... Hindi · कविता 1 588 Share