वेदप्रकाश रौशन Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid वेदप्रकाश रौशन 10 Jul 2017 · 2 min read एक अधूरा ख्वाब... वो भी क्या पल थे जिसमें, मेरा हर शाम तेरे नाम था, मैं तुम्हें अपना मानता था, तुम मेरी जान थी, और मैं सिर्फ तुम्हें जानता था| न किसी की... Hindi · कविता 1 702 Share वेदप्रकाश रौशन 7 Jul 2017 · 2 min read माँ ...... माँ... माँ जीवन का आगाज़ है, माँ एक जीने का अंदाज़ है| माँ... माँ अपनेपन की आवाज़ है, माँ आनंद की आभास है| माँ... माँ प्रेम भी है माँ स्नेह... Hindi · कविता 1 3 756 Share वेदप्रकाश रौशन 7 Jul 2017 · 1 min read पैसे का मोल पैसा,वाह रे पैसा ! लोग पुछते नहीं है हाल, बेहाल होने पर गैर भी कूद आते है, पास में माल होने पर । मित्रता-शत्रुता पैसे का सब खेल है दिल... Hindi · कविता 645 Share