Language: Hindi
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कोई समझ नहीं पाया है मेरे राम को
Aadarsh Dubey
बिल्कुल नहीं हूँ मैं
Aadarsh Dubey
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
Aadarsh Dubey
सीने में मेरे आग, बगल में शराब है
Aadarsh Dubey
डरने लगता हूँ...
Aadarsh Dubey
होली...
Aadarsh Dubey
कहाँ समझते हैं ..........
Aadarsh Dubey
ग़ज़ल
Aadarsh Dubey
•ग़ज़ल•
Aadarsh Dubey