अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ Tag: परिवार 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 27 Jan 2024 · 1 min read बड़ी मीठी थी छोटा था तो मम्मी ने भूख नही लगी कहने पे आटे सने हुए हाथ से प्यार से थप्पड़ मारा था वो मार बड़ी मीठी थी । अपनी उदारता से फलीभूत... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 18 1 126 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Apr 2023 · 1 min read परिवार(2) परिवार सदा उम्मीदों को, ऊंची उड़ान देतें हैं, जीवन में हर मुसीबत का, समाधान देतें हैं । परिवार प्यास मे गंगा, यमुना की धार बना करते हैं, बीच भंवर मे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 29 1 304 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 31 Mar 2023 · 1 min read पिता की आंखें देख कर तो लगता है, ये आंखें बहुत कुछ सहतीं हैं। कोई राज हो जैसे दफन इनमें, चीख चीख कर कहतीं हैं ।। जितना भी देखूं मैं इनमें, सागर सी... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 28 338 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Nov 2022 · 1 min read परिवार समझता है सबसे बड़ा हो गया। कि इंसान खुद में खुदा हो गया। बड़ा सबसे होने की चाहत में ही, वो अपनों से ही अब जुदा हो गया। हॅंसी छोड़... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 35 1 622 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Oct 2022 · 1 min read पापा प्यारे से रिश्ते का एहसास हैं पापा संवेदना के भंडार हैं पापा हम सबके सिरताज हैं पापा रोटी कपड़ा और मकान हैं पापा ।। आशीर्वाद से तकदीर बदल कर सवारते... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 36 8 523 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 7 Oct 2022 · 1 min read पिता का पता पिता का पता कौन बताए, कब सोते कब जग जाते हैं, अथक काम में लग जाते हैं, कब पीते कब खाते हैं। कौन बताए? बच्चों क़ो बढ़ना, पढ़ना-लिखना, लिए आंखों... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 36 14 629 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 6 May 2022 · 1 min read पिता मेरी धरती मेरा अम्बर, मेरी सृष्टि मेरा समंदर, बनके लहू बहते है मुझमें, पिता है मेरे रगों के अंदर।। सर से लेकर पांव तक, धूप से लेकर छांव तक। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 51 28 456 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Apr 2022 · 1 min read मां (कविता 2) मां संवेदना है, भावना है, एहसास है मां जीवन की खुशियों में फूलों का वास है मां रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पालना है मां रेगिस्तान में नदी और मीठा... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 44 4 247 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Apr 2022 · 1 min read मां (कविता) मां के चेहरे की झलक देख चेहरा फूलों सा खिलता है उसका नन्हा सा आंचल ही भूमंडल–सा लगता है मैं उसका राजा बेटा हूं आंखों का तारा कहती है मैं... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 45 10 313 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 Dec 2021 · 1 min read मां–बाप मां–बाप ने ऐसी कहानी दी है, ज़िन्दगी भर की निशानी दी है। शक्ल-सूरत सब एक जैसे, उम्र भर की निगरानी दी है। आज मुझे हर शक्स पहचान लेता है, आपने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 47 6 348 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 6 Apr 2021 · 1 min read ऐ मां वो गुज़रा जमाना याद आता है। तेरी गोद में बैठकर आँसू बहाना याद आता है, ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है। वो बचपन के दिन, वो शरारतें, वो शैतानियां मेरी, वो पड़ोसी के घर... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 49 10 836 Share