Aaquib zameel Tag: शेर 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aaquib zameel 10 Feb 2018 · 1 min read परिंदे ख्वाहिशों के .... ख्वाहिशों के परिंदे अब फरफरा रहे हैं कुछ डेग भर रहे हैं ,कुछ लड़खड़ा रहे हैं । कल तक नहीं था जिन को , खुद पर यक़ीन देखो अब हौसले... Hindi · शेर 1 356 Share Aaquib zameel 10 Feb 2018 · 1 min read पहली दफा कुछ तो है ...., जो नींद मुझसे ख़फा है । है इश्क ये , या नादानी दिल की पर जो भी है , पहली दफा है ।। "सैयय्द आकिब ज़मील... Hindi · शेर 1 538 Share Aaquib zameel 10 Feb 2018 · 1 min read तुम्हारी यादें........ अपनी यादों से कहो ना , मुझे नींद के हवाले छोड़ दे। भूल जाए अब मुझे , सारे रिश्ते-नाते तोड़ दे ।। :- सैयय्द आकिब ज़मील Hindi · शेर 1 255 Share