विनोद कुमार दवे Tag: कविता 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विनोद कुमार दवे 9 Nov 2016 · 1 min read दुनिया का चाल-ओ-चलन देख लिया उस शख़्स की आँखों में बचपन भी था और जवानी भी, उसकी बातो में ख़ुशी के गीत थे और गम की कहानी भी, वो तितली के परों पर बैठ कर... Hindi · कविता 633 Share विनोद कुमार दवे 9 Nov 2016 · 1 min read मेरे क़त्ल की ख़बर मेरे क़त्ल की ख़बर किसी को पता क्यों नहीं, उनकी बेरुखी ने मुझे जिन्दा तो नही छोड़ा। **** **** जिस दीपक के उजियाले से तेरा चेहरा रोशन होगा, उस दीपक... Hindi · कविता 418 Share विनोद कुमार दवे 9 Nov 2016 · 1 min read नवरात्री बड़ी बड़ी बाते करने का, ये वक़्त नहीं है मेरे यारा, एक छोटा सा दिया जलाकर, दूर करो ये अँधियारा। साफ़ दिलों को करके दिल में ये अहसास जगाओ, कोई... Hindi · कविता 456 Share विनोद कुमार दवे 9 Nov 2016 · 1 min read रंग रंगों की दुनिया से एक खबर लाई है, ये नमकीन हवाएँ उसे छूकर आई है। गुलाल उसके हाथों में और गुलाबी दिखता है, मुझे तो हवाओं का मिजाज भी शराबी... Hindi · कविता 1 1 396 Share विनोद कुमार दवे 12 Oct 2016 · 1 min read ख़्वाब लिए जाता हूँ आज रुखसत होना है तेरी महफ़िल से, तोहफे में तुझे प्यार दिए जाता हूँ। मुझे नजराने में अपने आँसू दे दो, मैं तुम्हे अपनी याद दिए जाता हूँ। ये वक़्त... Hindi · कविता 396 Share विनोद कुमार दवे 1 Oct 2016 · 1 min read वतन उस वक़्त का इन्तजार है जब वतन में खुशहाली होगी, पतझर हो या सावन, हर मौसम हरियाली होगी, न दिन में तपन होगी,न रात काली होगी, हर दिन होली हर... Hindi · कविता 658 Share विनोद कुमार दवे 1 Oct 2016 · 1 min read बारिशें वो बारिशें अब कहाँ मयस्सर हैं, जिनमें नादान शरारतें होती थी। छतरी की छांव तले भी, भीगने की कवायदें होती थी। सर्दी जुकाम की परवाह किसे थी, जब बादलों से... Hindi · कविता 847 Share विनोद कुमार दवे 30 Sep 2016 · 1 min read पानी कभी किसी की आँखों से बरसा है, कभी आसमान से पानी। ज़रा संभाल कर रखना, मिट न जाए इस जहां से पानी। मोती इसकी आगोश में पलते है, इसके दम... Hindi · कविता 948 Share विनोद कुमार दवे 24 Sep 2016 · 1 min read यादों की गठरी उन्हें याद नहीं आती हमारी, गुरुर में, वो खोये है जाने किस सुरूर में। जिस वक़्त के लम्हात ने हमको रुलाया है, उस वक़्त का झोंका तेरी गली में आया... Hindi · कविता 695 Share विनोद कुमार दवे 17 Sep 2016 · 1 min read श्रद्धान्जलि मशहूर गायक जगजीत सिंहजी एवम् महान अभिनेता राजेश खन्नाजी के निधन पर श्रद्धांजलि स्वरुप लिखी गई मेरी कुछ पंक्तियाँ- आज जाने क्यों ग़ज़ल उदास है, मुहब्बत कहीं तन्हाईयों में सिसक... Hindi · कविता 751 Share विनोद कुमार दवे 11 Sep 2016 · 1 min read लौट कर आओगी गुजर जाती है हर शाम उस वक्त को याद कर के, जो वक्त हसीं तो नहीं मगर अपना हुआ करता था, तुझे खोकर भी इतनी ही शिद्दत से याद है... Hindi · कविता 2 663 Share विनोद कुमार दवे 3 Sep 2016 · 1 min read खुद्दारी चुप रहकर भले ही तुमन सत्ता से यारी रखते हो, लेकिन अपने दिल से पूछो,क्या खुद्दारी रखते हो। जफ़ा ये सहकर तुमने शायद कोई खजाना पाया है, शायद इन जंजीरो... Hindi · कविता 1 1 736 Share