Upasna Siag 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Upasna Siag 16 Jan 2017 · 1 min read सारे रंग बेटियों से ही तो हैं... आँखे बंद करके सोचा जब तुझे , तो बहुत ही करीब पाया ... छोटे - छोटे,नर्म -मुलायम , हाथों को अपने चेहरे के करीब पाया ... फूलों की पंखुड़ी से... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 2 467 Share