योगिता Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid योगिता 7 Nov 2020 · 1 min read हम औरतें हम औरतें.... ??????? हम औरतें.... हर कुछ दिनों में.... झांक झांक कर देख लेती हैं, बंद पड़ी संदूकची को... अलमारियों को.... ठीक उसी तरह जैसे खोलती हैं सबके बंद मन... Hindi · कविता 1 2 564 Share योगिता 14 Sep 2017 · 1 min read मातृभाषा की पुकार : लिए कोई दिवस न मनाओ मेरे लिए कुछ करना ही है तो मेरे लिए कोई दिवस न मनाओ। तुम्हारे घर में बच्चे होंगे , उनको पढने की आदत सिखाओ। सिखाओ उनको हिंदी की व्याकरण ।... Hindi · कविता 2 2 360 Share योगिता 2 Jul 2017 · 1 min read किस राह पर जाएं अब कहां जाएँ, किस राह पर चल के दिखाएं, लगता आसां है, पर मुश्किल सवाल है। जिस राह पर चलने का ख्वाब था आज उसी राह पर चलते हुए, होता... Hindi · कविता 2 358 Share योगिता 1 Jul 2017 · 1 min read भक्ति धर्म स्थान पर जाकर कब भक्ति हम कर पाते हैं हम तो अपने लिए भगवान को रिझाते हैं ... कभी मिठाई कभी चादर/वस्त्र चढाते हैं कभी दानपेटी में डाल पैसे... Hindi · कविता 1 641 Share योगिता 4 Feb 2017 · 1 min read मन की गति मन की गति, कभी हिरनों सी कुलांचे मारती गिलहरी सी फुदकती कहीं खुशियाँ बिखेरती अपनी ही मस्ती में मदमस्त होती मन की गति। और कभी खुद को कछुए के मानिंद... Hindi · कविता 1 735 Share योगिता 15 Jan 2017 · 1 min read स्त्री स्त्री ..... अक्सर तुनकमिजाज सी लगती कभी बहुत रोती कभी बहुत हंसती। छोटी छोटी चीजों को मचल जाती अक्सर ...... और बडे बडे अभाव झेल जाती हंसकर ..... हां थोडी... Hindi · कविता 1 484 Share योगिता 13 Jan 2017 · 1 min read मन की थकन जो उतार दे वो अवकाश चाहिए मन की थकन जो उतार दे वो अवकाश चाहिए । इस भागती सी जिंदगी में फुरसत की सांस चाहिए । चेहरों को नहीं दिल को भी पढने का वक्त हो... Hindi · कविता 2 1k Share