Sweta Sinha 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sweta Sinha 4 Mar 2018 · 1 min read तेरे नेह में तुमसे मिलकर कौन सी बातें करनी थी मैं भूल गयी शब्द चाँदनी बनके झर गये हृदय मालिनी फूल गयी मोहनी फेरी कौन सी तुमने डोर न जाने कैसा बाँधा तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 366 Share Sweta Sinha 7 Mar 2018 · 3 min read नारी:कही अनकही जीवन की बगिया की मैं पुष्प सुरभित सुकुमारी सृष्टि बीज कोख में सींचती सुवासित करती धरा की क्यारी मैं मोम हृदय स्नेह की आँच से पिघल-पिघल साँचे में ढलती मैं... Hindi · लेख 391 Share Sweta Sinha 10 Mar 2018 · 1 min read हथेली भर प्रेम मौन के इर्द-गिर्द मन की परिक्रमा अनुत्तरित प्रश्नों के रेत से छिल जाते है शब्द डोलते दर्पण में अस्पष्ट प्रतिबिंब पुतलियाँ सिंकोड़ कर भी मनचाही छवि नहीं उपलब्ध मौन ध्वनियों... Hindi · कविता 401 Share Sweta Sinha 15 Mar 2018 · 1 min read अधूरा टुकड़ा बूढ़े पीपल की नवपत्रों से ढकी इतराती शाखों पर कूकती कोयल की तान हृदय केे सोये दर्द को जगा गयी हवाओं की हँसी से बिखरे बेरंग पलाश के मुरझाये फूल,... Hindi · कविता 257 Share Sweta Sinha 31 Mar 2018 · 1 min read मूरखता का वरदान समझदारी का पाठ पढ़ हम अघा गये भगवान थोड़ी सी मूरखता का अब तुमसे माँगे वरदान अदब,कायदे,ढ़ंग,तरतीब सब झगड़े बुद्धिमानों के प्रेम,परोपकार,भाईचारा श्रृंगार कहाये मतिमारों के इंसानों को इंसा मैं... Hindi · कविता 432 Share