Suryakant Dwivedi Tag: Quote Writer 79 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Suryakant Dwivedi 18 Apr 2024 · 1 min read शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम। शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम। आएंगे पढ़ने कभी, घट घट वासी राम।। चढ़ी उमर अवसान की, क्यों मैं मानूँ हार कदमों में इतिहास है, साँसों से संग्राम।।... Quote Writer 127 Share Suryakant Dwivedi 18 Apr 2024 · 1 min read कलरव में कोलाहल क्यों है? कलरव में कोलाहल क्यों है? आंखों में गंगाजल क्यों है? पापी सदियां बीत गई पर सूखे कंठ, हलाहल क्यों है? सूर्यकांत Language: Hindi Quote Writer 124 Share Suryakant Dwivedi 14 Apr 2024 · 1 min read मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर। मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर। हो जायेगी एक दिन, तेरी भी यूं भोर।। सूर्यकांत Quote Writer 90 Share Suryakant Dwivedi 31 Mar 2024 · 1 min read आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान। आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान। ढह गए वो मकान भी, जिनमें थे इंसान।। आंखों से परदा उठा, चला शील वनवास धूल धुआं सी जिंदगी, सोती चादर तान।। सूर्यकांत Quote Writer 157 Share Suryakant Dwivedi 25 Mar 2024 · 1 min read भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार। भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार। छोड़ो भूलो गम सभी, रंगे पुते सब यार।। सूर्यकांत Quote Writer 140 Share Suryakant Dwivedi 20 Mar 2024 · 1 min read लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा कह लेते हैं थोड़ा-थोड़ा मत समझो तुम, हमको कुछ भी जी लेते हैं थोड़ा-थोड़ा।। सूर्यकांत Quote Writer 108 Share Suryakant Dwivedi 16 Mar 2024 · 1 min read सूरज की हठखेलियाँ, चंदा जोड़े हाथ। सूरज की हठखेलियाँ, चंदा जोड़े हाथ। तारों की बारात में, कौन किसी के साथ। बोला अंबर, देख ले, दाग लगी तस्वीर तन्हा तन्हा रात है, तके चाँद तकदीर।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer · मुक्तक 131 Share Suryakant Dwivedi 15 Mar 2024 · 1 min read गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर। गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर। सबका माथा है जुदा, मिटती नहीं लकीर।। राम चले वनवास को, त्याग अवध का धाम धूं-धूं कर अभिमान की, लंका जली तमाम।। ये... Quote Writer 1 105 Share Suryakant Dwivedi 12 Mar 2024 · 1 min read एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम। एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम। तन्हा-तन्हा रात है, दिन उसका परिणाम।। सूर्यकांत Quote Writer 99 Share Suryakant Dwivedi 9 Mar 2024 · 1 min read अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार। अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार। पर जाने पगला नहीं, नारी का इक प्यार।। अपने को देती मिटा, मां है जिसका नाम सागर की हर मौज में, बूँद-बूँद का सार।।... Quote Writer 1 137 Share Suryakant Dwivedi 2 Mar 2024 · 1 min read मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत। मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत। शुभ चिंतक कहने लगे, जियो जियो हे मीत।। सूर्यकांत Quote Writer 140 Share Suryakant Dwivedi 25 Feb 2024 · 1 min read #कहमुकरी #कहमुकरी कैसी बदली, कैसी बदली देखूं जब भी, बोले पगली रंग रूप का, यह है अर्पण क्या सखि साजन, ना सखि दर्पण रोज रात को, मुझे सतावे आ जा आ... Hindi · Quote Writer · कविता 171 Share Suryakant Dwivedi 24 Feb 2024 · 1 min read सबने सब कुछ लिख दिया, है जीवन बस खेल। सबने सब कुछ लिख दिया, है जीवन बस खेल। सोच रही किताब नयी, क्यों पटरी पर रेल।। सूर्यकांत Quote Writer 1 170 Share Suryakant Dwivedi 23 Feb 2024 · 1 min read दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम। दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम। तेरी खातिर हो गये, हम कान्हा बदनाम।। सूर्यकांत Quote Writer 1 165 Share Suryakant Dwivedi 1 Jul 2023 · 1 min read बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार। बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार। तन-मन भीगा बूँद में, सजनी, साजन, प्यार यानी जीवन में प्रिये, रास रंग अनमोल जो जीता है प्रेम में, वह जाने त्योहार।। सूर्यकांत Quote Writer 330 Share Suryakant Dwivedi 23 Jun 2023 · 1 min read आ रही है लौटकर अपनी कहानी आ रही है लौटकर अपनी कहानी जो रही न पास अपने, वही जुबानी मुड़े हुए हैं पृष्ठ यहाँ, जीवन भर के कहे कली बस सुन लो, यही जवानी।। सूर्यकांत Quote Writer 408 Share Suryakant Dwivedi 18 Jun 2023 · 1 min read गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है एक बाप के सीने में भी, क्या-क्या होता है।। सूर्यकांत Quote Writer 409 Share Suryakant Dwivedi 9 Jun 2023 · 1 min read संबंधों के नाम बता दूँ संबंधों के नाम बता दूँ आप कहो तो काम बता दूँ बिकने लगे हैं दिल के रिश्ते कैसे उनके दाम बता दूँ।। सूर्यकांत Quote Writer 404 Share Suryakant Dwivedi 26 May 2023 · 1 min read इस जग में हैं हम सब साथी इस जग में हैं हम सब साथी आओ पथ निर्माण करें तुम बन जाओ पावन गंगा हर हर हर सब,स्नान करें ।। सूर्यकांत Quote Writer 332 Share Suryakant Dwivedi 20 May 2023 · 1 min read *दो स्थितियां* *दो स्थितियां* एक हमारे ना होने से क्या होता है आती-जाती दुनिया सारी, क्या होता है यही नियम है जग का साथी, सबको जाना उड़ जाती मकरंद हवा में, क्या... Quote Writer 651 Share Suryakant Dwivedi 16 May 2023 · 1 min read कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात । कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात । है राधा सी जिंदगी, सुबक-सुबक कर रात ।। सूर्यकांत Quote Writer 412 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2023 · 1 min read सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर दूर तलक मुझमें भरा, बस आँखों का नीर सर सर जब सरिता करे,कल कल होता नाद दिल के इस तूफान को, चीर... Quote Writer 420 Share Suryakant Dwivedi 27 Apr 2023 · 1 min read चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस। चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस। दो बूंदें हैं प्यार की, जन्म-जन्म की प्यास।। सूर्यकांत Quote Writer 177 Share Suryakant Dwivedi 27 Apr 2023 · 1 min read क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है इस जीवन की थाह नहीं है सूर, कबीर, मीरा तुलसी से बढ़कर कोई गवाह नहीं है।। सूर्यकांत Quote Writer 435 Share Suryakant Dwivedi 13 Mar 2023 · 1 min read बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल। बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल। पूरी उम्र गुजार दी, करते करते भूल उड़ा दिये सारे सफे, सत्य झूठ के राज़ एक सनद मानी गई,इस सन हाई स्कूल।।... Quote Writer 341 Share Suryakant Dwivedi 7 Mar 2023 · 1 min read फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार। फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार। बस कविता में रह गए, होली के क़िरदार।। सूर्यकांत Quote Writer 2 428 Share Suryakant Dwivedi 24 Feb 2023 · 1 min read साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग। साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग। लड़ते सारे शौक से, अपनी-अपनी जंग। चक्र-व्यूह में हों सभी, द्वार भले ही बंद। क्यों हारें हम हौसला, कृष्ण हमारे संग। सूर्यकांत Quote Writer 1 345 Share Suryakant Dwivedi 23 Feb 2023 · 1 min read इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप अपने अपने कर्म हैं, अपने अपने ताप देख ईश कहने लगे, सुन धरती का हाल मुँह पर सबके राम है, मन में... Quote Writer 538 Share Suryakant Dwivedi 10 Feb 2023 · 1 min read ** ** 🙏🙏 बदल गया दौरे जहां, बदल गए दस्तूर । सिमटा एक क़रार में, चुटकी भर सिंदूर।। सूर्यकांत Quote Writer 340 Share Previous Page 2