Suryakant Dwivedi Tag: Quote Writer 79 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suryakant Dwivedi 9 Nov 2024 · 1 min read करते हैं संघर्ष सभी, आठों प्रहर ललाम। करते हैं संघर्ष सभी, आठों प्रहर ललाम। एक अकेले तुम नहीं, जो लेते हो नाम।। चंदा करता रोशनी, सूरज करे प्रणाम मेघों से है कब डरा, धरती का परिणाम।। सूर्यकांत Quote Writer 30 Share Suryakant Dwivedi 27 Oct 2024 · 1 min read चलो ऐसा भी करते हैं चलो ऐसा भी करते हैं चलो वैसा भी करते हैं इसी उलझन में है दुनिया चलो कैसा भी करते हैं।। सूर्यकांत Quote Writer 38 Share Suryakant Dwivedi 27 Oct 2024 · 1 min read भगवन तेरे द्वार पर, देखे अगणित रूप भगवन तेरे द्वार पर, देखे अगणित रूप जकड़ी माया मोह में ,हर चौखट पर धूप। अपने-अपने फायदे, धन दौलत व्यापार। मन मंदिर सूने पड़े, बाहर लगी कतार।। सूर्यकांत Quote Writer 46 Share Suryakant Dwivedi 26 Sep 2024 · 1 min read सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात। सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात। आँख खुली तो कुछ नहीं, भूल गए सब बात। यानी जीवन रोशनी, यह सपने का सार बुनते यहां जो दिन में,... Quote Writer 47 Share Suryakant Dwivedi 3 Aug 2024 · 1 min read तमाम रातें तकतें बीती तमाम रातें तकतें बीती कहीं किसी को खबर नहीं है जो न होती हमारी सरगम साँसों का फिर सफर नहीं है। हालात सारे कह रहे हैं कहीं किसी को खबर... Quote Writer 64 Share Suryakant Dwivedi 2 Aug 2024 · 1 min read राहों से हम भटक गए हैं राहों से हम भटक गए हैं अपनी कोई राह नहीं है ढो रहे हैं हम सब ही रिश्ते दिलों में मगर चाह नहीं है।। सूर्यकांत Quote Writer 80 Share Suryakant Dwivedi 29 Jul 2024 · 1 min read जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो तरसे न जमकर, वो साजन कैसा मेघों की मणियां, रह तुमको बुलातीं जो भीगे न जमकर, वो आंगन कैसा।। सूर्यकांत Quote Writer 82 Share Suryakant Dwivedi 27 Jul 2024 · 1 min read उदासी की यही कहानी उदासी की यही कहानी टपके बूंदें, बहता पानी रहता कब, सावन का दरिया मेघों की है, यही जवानी।। सूर्यकांत Quote Writer 91 Share Suryakant Dwivedi 21 Jul 2024 · 1 min read मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है पढ़ ले इस पीर को, सुंदर कृति है यूं ही नहीं कहते, कैसे हो तुम..? दिल का व्याकरण है, सुंदर कृति है।। सूर्यकांत Quote Writer 102 Share Suryakant Dwivedi 19 Jul 2024 · 1 min read कोई बोले नहीं सुन ले, होता है कब कहां कोई बोले नहीं सुन ले, होता है कब कहां देखा जो हमने मात को, होता है सच यहां पढ़ लेती है हर बात को, अपने अहसास से आई थी वो... Quote Writer 62 Share Suryakant Dwivedi 18 Jul 2024 · 1 min read अपना दर्द छिपाने को अपना दर्द छिपाने को सबका दर्द भुलाने को पढ़ते यूं पीर पराई वाह वाह बस पाने को।। सूर्यकांत Quote Writer 1 85 Share Suryakant Dwivedi 14 Jul 2024 · 1 min read तुमने मुझको कुछ ना समझा तुमने मुझको कुछ ना समझा मैने भी तुमको कब समझा इसी बात पर लड़ी जिंदगी कुछ ना समझा, कुछ ना समझा।। सूर्यकांत Quote Writer 1 72 Share Suryakant Dwivedi 14 Jul 2024 · 1 min read अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं आंसू आंसू मोर लिए बैठे हैं हँसते हैं तो अंगारे भी हँसते जाने कितना शोर लिए बैठे हैं।। सूर्यकांत Quote Writer 96 Share Suryakant Dwivedi 13 Jul 2024 · 1 min read बहुत कहानी तुमने बोई बहुत कहानी तुमने बोई तुमने ढोई, हमने रोई इतिहासों के शिलालेख पर पलकें झपकीं, आँखें धोई।। करते क्यों हो अब कोलाहल थकी थकी जब आँखें सोई।। सूर्यकांत Quote Writer 1 97 Share Suryakant Dwivedi 12 Jul 2024 · 1 min read जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो तरसे न जमकर, वो साजन कैसा मेघों की मणियां, रह तुमको बुलातीं जो भीगे न जमकर, वो आंगन कैसा।। सूर्यकांत Quote Writer 70 Share Suryakant Dwivedi 11 Jul 2024 · 1 min read कलश चांदनी सिर पर छाया कलश चांदनी सिर पर छाया कैसी उसकी अमृत माया ममता का है हर जग आँचल जैसे बादल, अम्बर काया।। सूर्यकांत Quote Writer 81 Share Suryakant Dwivedi 11 Jul 2024 · 1 min read तारों की बारात में तारों की बारात में सपनों की रात में पूछा मां ने, कैसे हो? पाकर इस सौगात में।। सूर्यकांत Quote Writer 1 78 Share Suryakant Dwivedi 7 Jul 2024 · 1 min read बदल गई काया सुनो, रहा रूप ना रंग। बदल गई काया सुनो, रहा रूप ना रंग। आंखों में इतिहास है, थर थर कांपे अंग।। देख रहा मैं दूर तक, जीवन का उत्थान ढलता सूरज कह रहा, अभी आत्मा... Quote Writer 113 Share Suryakant Dwivedi 4 Jul 2024 · 1 min read दिल में बहुत रखते हो जी दिल में बहुत रखते हो जी दिल में बहुत कहते हो जी माना तूफां हैं हजारों दिल में बहुत सहते हो जी।। सूर्यकांत Quote Writer 73 Share Suryakant Dwivedi 1 Jul 2024 · 1 min read सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग लेखन तो प्रसाद है, जैसे छप्पन भोग पूनम यह संसार है, पूनम ही उद्गार रखो प्रेम की वीथिका, मत समझो यह रोग।।... Quote Writer 65 Share Suryakant Dwivedi 28 Jun 2024 · 1 min read माना तुम रसखान हो, तुलसी, मीर, कबीर। माना तुम रसखान हो, तुलसी, मीर, कबीर। कलम-कलम की बात है, किसकी क्या तहरीर।। सूर्यकांत Quote Writer 1 62 Share Suryakant Dwivedi 28 Jun 2024 · 1 min read धन, दौलत, यशगान में, समझा जिसे अमीर। धन, दौलत, यशगान में, समझा जिसे अमीर। हाथ पसारे वो चला, बनकर एक फ़कीर।। सूर्यकांत Quote Writer 2 100 Share Suryakant Dwivedi 27 Jun 2024 · 1 min read बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस। बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस। बूंद बूंद उल्लास है, बूंद बूंद इतिहास। सूर्यकान्त Quote Writer 90 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Quote Writer 1 1 102 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read दोहा धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer · दोहा 48 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read होते फलित यदि शाप प्यारे होते फलित यदि शाप प्यारे अभिशापों को कौन नकारे बैठा-बैठा सोच रहा मनु देख ले श्रद्धा, धरती- तारे।। सूर्यकांत Quote Writer 3 75 Share Suryakant Dwivedi 24 Jun 2024 · 1 min read करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। देखे अपने पांव को, रोवे आंगन मोर।। 2 कह न सके निज भाव को, बड़े-बड़े उस्ताद। लेते रहे वो उम्र भर, पर... Quote Writer 57 Share Suryakant Dwivedi 22 Jun 2024 · 1 min read आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे कुछ बोओगे कुछ काटोगे क्या करोगे कोई न जाने इनकी क्या राम कहानी आँचल में ले टूटे तारे, क्या करोगे।। सूर्यकांत Quote Writer 1 78 Share Suryakant Dwivedi 20 Jun 2024 · 1 min read घनाक्षरी घनाक्षरी मन में उमंग रख, तन में तरंग रख सोच, सोच हर पल, कैसे आगे बढ़ना राम सा चरित रख, कृष्ण सा फलित रख सीख जा रे सीख जा, दुख... Quote Writer 1 71 Share Suryakant Dwivedi 20 Jun 2024 · 1 min read जीवन में जब तक रहें, साँसें अपनी चार। जीवन में जब तक रहें, साँसें अपनी चार। निशिदिन सब चलते रहें, चन्दा सूरज पार। रश्मि रथ पर आयेगा, कहने को दिनमान मेरा तू प्रतिमान है, मैं अमृत तू धार।।... Quote Writer 106 Share Suryakant Dwivedi 16 Jun 2024 · 1 min read पितृ दिवस ( father's day) पितृ दिवस ( father's day) अभी तो चारों तरफ सवेरा है सोचूं क्यों जीवन में अंधेरा है हो न हो, साया है उसका सिर पर संग नाम का, उसके बसेरा... Quote Writer 1 100 Share Suryakant Dwivedi 13 Jun 2024 · 1 min read राख देह की पांव पसारे राख देह की पांव पसारे प्राण त्राण जो नाव पुकारे थैली में वो सिमटा सिमटा जिसके नाम,गांव चौबारे।। सूर्यकांत Quote Writer 1 88 Share Suryakant Dwivedi 12 Jun 2024 · 1 min read आई अमावस घर को आई आई अमावस घर को आई देखा, भाला औ' मुस्काई कैसे रहते इतने चंगे हम बोले, संतन सुख दाई। सूर्यकांत Quote Writer 73 Share Suryakant Dwivedi 11 Jun 2024 · 1 min read संतानों का दोष नहीं है संतानों का दोष नहीं है यूं ही तो संतोष नहीं है कुछ करनी तो अपनी होगी तभी यहां जय घोष नहीं है ।। सूर्यकांत Quote Writer 91 Share Suryakant Dwivedi 4 Jun 2024 · 1 min read चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर। चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर। धन से जब तुलने लगे, संतन और अमीर।। सूर्यकांत Quote Writer 96 Share Suryakant Dwivedi 29 May 2024 · 1 min read चुनावी घनाक्षरी चुनावी घनाक्षरी ठक ठक ठक करे, खट खट खट करे हाल ए इस दिल को, कौन समझाएगा फट फट फटाफट, झक झक झकाझक चुनावी इस रण को, कौन भेद पाएगा... Quote Writer 99 Share Suryakant Dwivedi 27 May 2024 · 1 min read हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात। हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात। समझते रहे लोग ये, घर घर के जज़्बात कुछ ऐसे थे नासमझ, भूल गए वो रात आया चंदा कह गया, बिगड़... Quote Writer 141 Share Suryakant Dwivedi 19 May 2024 · 1 min read मुट्ठी भर रेत है जिंदगी मुट्ठी भर रेत है जिंदगी तेरा मेरा ख्वाब जिंदगी सोचता हूं, बना लूं मैं भी हसीन इमारत है जिंदगी।। सूर्यकांत Quote Writer 126 Share Suryakant Dwivedi 16 May 2024 · 1 min read कभी-कभी ऐसा लगता है कभी-कभी ऐसा लगता है कभी-कभी वैसा लगता है संशय, भय, दुविधा के मारे बोलें क्या, कैसा लगता है।। सूर्यकांत Quote Writer 119 Share Suryakant Dwivedi 12 May 2024 · 1 min read आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर। आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर। बंद कमरे में मां के, गर्म हवा के तीर। देख हवा रोने लगी, किया ईश प्रणाम बोली ममता प्यार से, शीतल यहां समीर।।... Quote Writer 81 Share Suryakant Dwivedi 9 May 2024 · 1 min read संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है संभावना है हम तुम, संभावना कड़ी है संभाव्य यहां सदियां, कल कल बहती नदियां संभावना है हर दिन, द्वारे क्षितिज खड़ी है।। सूर्यकांत Quote Writer 110 Share Suryakant Dwivedi 7 May 2024 · 1 min read जिंदगी एक सफर सुहाना है जिंदगी एक सफर सुहाना है यहां से वहां तक ही जाना है दौड़ते रहे यूं, हम मस्ती में इतना ही आप को बताना है।। सूर्यकांत Quote Writer 160 Share Suryakant Dwivedi 5 May 2024 · 1 min read जो बातें अनुकूल नहीं थीं जो बातें अनुकूल नहीं थीं वो ही अब कुबूल हो गई आंगन आंगन देख नजारा बातें सब निर्मूल हो गई।। सूर्यकांत Quote Writer 99 Share Suryakant Dwivedi 3 May 2024 · 1 min read कहने की कोई बात नहीं है कहने की कोई बात नहीं है सहने की कोई रात नहीं है बोल रहा यहां, चांद से सूरज कर लो कितना, सौगात नहीं है।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer 103 Share Suryakant Dwivedi 30 Apr 2024 · 1 min read सीने पर थीं पुस्तकें, नैना रंग हजार। सीने पर थीं पुस्तकें, नैना रंग हजार। आई फिर दुल्हन, परी, जाना घर संसार चलचित्र सा जीवन रहा,बदले सब किरदार लोरी, डोली, तराने, दुआ, दवा, बीमार।। सूर्यकांत Quote Writer 108 Share Suryakant Dwivedi 29 Apr 2024 · 1 min read सागर तो बस प्यास में, पी गया सब तूफान। सागर तो बस प्यास में, पी गया सब तूफान। खारा खारा जल कहे, अच्छा नहीं उफान ।। भावों से नदिया बहे, भाव जगत का मूल जी ले प्यारे जिंदगी, दुर्लभ... Quote Writer 138 Share Suryakant Dwivedi 25 Apr 2024 · 1 min read आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर। आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर। घर चौखट को देखिये, हम कितने मजबूर।। सूर्यकांत Quote Writer 137 Share Suryakant Dwivedi 25 Apr 2024 · 1 min read कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल। कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल। क्या जीवन की नौकरी, कैसे किया धमाल? खामोश रहा वो सदा, बोली आंखें मौन तात हृदय से पूछिए, जग का मालिक कौन?... Quote Writer 116 Share Suryakant Dwivedi 23 Apr 2024 · 1 min read जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम। जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम। ज्यों ही आंखें मूंद लीं,आंसू तक नीलाम भीड़ तंत्र की भीड़ में, क्यों ढूंढे तू फूल मुर्दा सब जज़्बात हैं, राम राम... Quote Writer 124 Share Suryakant Dwivedi 22 Apr 2024 · 1 min read अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर। अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर। भाव सुदामा राखिए, राधा जैसे नीर।। अपनों से इस जंग में, कौन किसी के साथ, लाज धर्म की द्रोपदी, बस आशा का... Quote Writer 95 Share Page 1 Next