डॉ सुलक्षणा अहलावत Tag: शेर 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सुलक्षणा अहलावत 13 Aug 2016 · 1 min read बेटी (शायरी) देवालय में बजते शंख की ध्वनि है बेटी, देवताओं के हवन यज्ञ की अग्नि है बेटी। खुशनसीब हैं वो जिनके आँगन में है बेटी, जग की तमाम खुशियों की जननी... Hindi · शेर 5 13 49k Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 10 Aug 2016 · 1 min read दो आफ़ताब (शायरी) आज दो गुलाब एक साथ देखे, इतने हसीं ख्वाब एक साथ देखे। दिल की धड़कन ही रुक गयी थी, जब दो आफ़ताब एक साथ देखे।। ©® डॉ सुलक्षणा अहलावत Hindi · शेर 726 Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 8 Aug 2016 · 1 min read एक दुआ ये भी हे मेरे मालिक मेरे हिन्दुस्तान पर ऐसी दया दृष्टि बनाये रखना, दो वक़्त की रोटी मेरे प्रभु हर किसी की थाली में सजाये रखना। ये कैसा इंसाफ पिता को लगे... Hindi · शेर 517 Share डॉ सुलक्षणा अहलावत 8 Aug 2016 · 1 min read ऊपर वाला उस ऊपर वाले से बड़ा कोई बाज़ीगर नहीं, कब, क्या कर दे वो किसी को खबर नहीं। खरे को खोटा, खोटे को खरा बना देता वो, इस जगत में उससे... Hindi · शेर 2 392 Share