Sukant Tiwari Language: Hindi 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sukant Tiwari 8 Oct 2017 · 1 min read मेरा चाँद क्या बताऊँ भला कैसा अहसास है दिल को बस उसके ही दीद की प्यास है रास्ता चाँद का आप ही देखिए चाँद मेरा तो कबसे मेरे पास है सभी को... Hindi · मुक्तक 481 Share Sukant Tiwari 26 Nov 2016 · 1 min read अगर ये दिल नहीं होता...... ग़ज़ल भी हो नहीं पाती अगर चेहरा नहीं होता मेरा ये दिल किसी के प्यार में पगला नहीं होता थकन, आवारगी, टूटन, उदासी और तन्हाई अगर ये दिल नहीं होता... Hindi · मुक्तक 399 Share Sukant Tiwari 21 Nov 2016 · 1 min read मुहब्बत की निशानी वो पतझड़ में भी अक्सर ऋतु सुहानी भेज देते हैं .......कभी फिर याद में बीती कहानी भेज देते हैं ....मुझे जो भूल बैठे हैं न जाने किसलिए अक्सर .....वो आँखों... Hindi · मुक्तक 230 Share Sukant Tiwari 19 Nov 2016 · 1 min read जमीं भी बोलती है साथ अंबर बोल उठता है ज़मीं भी बोलती है साथ अंबर बोल उठता है हमारी आगवानी को समंदर बोल उठता है कोई भी साथ दे न दे मुसीबत में हमेशा ही दुआओं का असर मां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 329 Share