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दिल अपने को(गजल)
Mandeep Kumar
गिरे ऐसे चाहत मे(गज़ल)
Mandeep Kumar
मेरे ख्वाबो में ना आया करो(गज़ल)
Mandeep Kumar
तेरे मेरे दरमियान (गज़ल)
Mandeep Kumar
चहरा रहा रात भर
Mandeep Kumar
खामोशिया(गज़ल)
Mandeep Kumar
मै वो वेश्या हूँ/मंदीपसाई
Mandeep Kumar
याद में उसकी/मंदीप
Mandeep Kumar
500 और 1000/मंदीप
Mandeep Kumar
याद तुम्हारी बहुत रुलाये/मंदीपसाई
Mandeep Kumar
हुसन तेरा जालिम/मंदीपसाई
Mandeep Kumar
हाले दिल का दर्द(गजल)/मंदीप
Mandeep Kumar
क्यों बिन तेरे जिंदगी सुनी सी है/मंदीप
Mandeep Kumar
दूर हो कर भी कोई पास है/मंदीप
Mandeep Kumar
दो नैनो से तीर/मंदीप
Mandeep Kumar
आज अरमानो को टूटते हुए देखा/मंदीप
Mandeep Kumar
मै आज दीवाली मनाऊ कैसे/मंदीप
Mandeep Kumar
एक मुलाकात(लघु कथा)
Mandeep Kumar
निकला हूँ अपने पथ पर/मंदीप(कविता)
Mandeep Kumar
सिर्फ तुम/मंदीप
Mandeep Kumar
मुझ को कभी छु नही पाओगे/मंदीप
Mandeep Kumar
मै तुम्हे कैसे बताउ/मंदीप
Mandeep Kumar
ऐ जिंदगी क्या होगा आगे/मंदीप
Mandeep Kumar
ऐ चाँद आज तू जल्दी आ/मंदीप
Mandeep Kumar
पुतला हूँ मिटटी का मैने तो एक दिन मिट जाना है/मंदीप
Mandeep Kumar
कैसे कहु मेरा देश आजाद है/मंदीप
Mandeep Kumar
तुम ना मिलते तो यू दिल घायल ना होता/मंदीप
Mandeep Kumar
देख सूरत उसकी सारी शिकायते दूर हो जाती है/मंदीप
Mandeep Kumar
राहो में हम अब तुम्हारी क्यों आये/मंदीप
Mandeep Kumar
ना मै हिन्दू हूँ ना ही मुसलमान/मंदीप
Mandeep Kumar
सासों में सासे अब गुलने लगी/मंदीप
Mandeep Kumar
तुम्हारे अंदर ही राम है,तुम्हारे अंदर ही रावण है/मंदीप
Mandeep Kumar
मेरे खुदा/मंदीप
Mandeep Kumar
मेरे शब्द/मंदीप
Mandeep Kumar
साजिशें लाख कर लो(ग़जल)/मंदीप
Mandeep Kumar
बिटियाँ आई घर आज मेरे(कविता)
Mandeep Kumar
दिल की धड़कन बढ़ने लगी/मंदीप
Mandeep Kumar
दिल को दिल से मिलने दो/मंदीप
Mandeep Kumar
ग़जल:- आँखे लाल चहरा उदास आज पढ़ ने ना कोई/मंदीप
Mandeep Kumar
दुःखो की मारी औरत(कविता)
Mandeep Kumar
तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये(गज़ल)
Mandeep Kumar
गज़ल:-मै एक हसीन पल हूँ/मंदीप
Mandeep Kumar
गज़ल:--मदमस्त हसीना/मंदीप
Mandeep Kumar
तेरी फ़िक्र क्यों करता दिल मेरा/मंदीप
Mandeep Kumar
गजल-क्यों आज सक की निगाहो से देखते हो/मंदीप
Mandeep Kumar
बारिश(कविता)
Mandeep Kumar
ना मै हिन्दू था ना ही मुस्लमान(कविता)
Mandeep Kumar
तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये(गज़ल)
Mandeep Kumar
सिख गई मै उडान भरना (कविता)
Mandeep Kumar
तेरे हुसन की लालिमा(गज़ल)
Mandeep Kumar