Shravan Sagar 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shravan Sagar 13 Feb 2017 · 1 min read यादें मेरी हृदयकलिका अब भी आती है, तुम्हारी खुशबू.. उस जगह से। जहाँ हम एक-दूजे के साथ, हर वो लम्हा बिताते थे.. जिसमे जीवन था। तुम्हारा चेहरा जो हमेशा ही, शीशे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share Shravan Sagar 9 Feb 2017 · 1 min read प्रणय "प्रणय निवेदन" करता हूं, तुमसे अपने ह्रदय का, "प्रणय निवेदन". आ जाओ मेरी इस, जीवन सरिता मेँ, कविता रुपी धारा बनकर। आ जाओ मेरी, जीवन की बगिया मेँ, खुशबू बिखेरने।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 944 Share Shravan Sagar 17 Jan 2017 · 1 min read बेटी $ बेटी का आँगन $ एक सफर, जिसकी शुरुआत होने को है। अग्नि को साक्षी मानकर, सात फेरों से होते हुये... सात जन्मों का बंधन। हर फेरे में, साथ जीने... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 599 Share Shravan Sagar 27 Dec 2016 · 1 min read रिश्तों की जमा पूँजी ₹ मन की तिजोरी ₹ ये जो तुम्हारा प्यार है..न जो उड़ेलती हो..मुझ पर, रोज रोज थोड़ा-थोड़ा। इसे कभी भी, पूरा खर्च मत करना। क्योंकि मैं तो बहुत ही, खर्चीला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 281 Share Shravan Sagar 30 Nov 2016 · 1 min read जाड़े का इश्क़ सर्दी का इश्क $ सर्दी की रातों में जब याद तुम्हारी आती है। अदरक की चाय का स्वाद जब होंठो को छूता है। मूंगफली की खुशबु, नथुनों में जब घुसती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 419 Share