सरस्वती कुमारी Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid सरस्वती कुमारी 28 Feb 2017 · 1 min read इरादा गर हो इरादा नेक मंजिल कदम चूमती है सारी दुनिया उसके आगे -पीछे घूमती है पर्वत झुक -झुक करता है उसे ही सलाम फिर देखो कामयाबी उसके संग झूमती है। Hindi · मुक्तक 597 Share