sanjeev kuralia 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid sanjeev kuralia 20 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल आ के इक बार , दिल से न जाये कोई ! किसने छोड़ा है ,दिल को बताये कोई ! सब को हक है कहो ,बात अपनी मगर , शांत... Hindi · कविता 1 478 Share sanjeev kuralia 12 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल रंजिशें यार जरा , दिल से भुला कर देखो ! हाथ दुश्मन से भी , इक बार मिला कर देखो ! दोस्ती , प्यार ,वफा , अब न मिलेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 278 Share