संजय सिंह Tag: मुक्तक 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II असली चेहरा II राष्ट्रवाद का आया जमाना,भूख तुम्हारी कौन सुने l हर चौराहे पर खड़ा मदारी,बात हमारी कौन सुने ll सरहद पर मरने वालों को,परमवीर मिल जाता है l रोज ही मरते जीते... Hindi · मुक्तक 1 333 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II जीवन II पहले मन के घोड़े पाले, छोड़े बिना लगाम l अब धीरे-धीरे याद आ रहे, बचे अधूरे काम ll ऐसा जीवन शुरू हुआ,एक तेरे मिल जाने से l घर आंगन ही... Hindi · मुक्तक 1 494 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II शब्दों की सीमा II शब्दों की है अपनी सीमा ,कुछ कह ना पाऊंगा l समझ सको तो बस इतना,अब चल ना पाऊंगा ll आदर्शों का बोझ लिए,आगे बढ़ना मुश्किल है l भ्रष्टाचार की सीढ़ी... Hindi · मुक्तक 2 610 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II सब बेमानी लगता है lI ऐसे दौर में लिखना पढ़ना, सब बेमानी लगता है l बुद्धि विवेक का मोल नहीं, सब नादानी लगता है ll ध्यान ज्ञान सब धरा किनारे मूरख सरपट दौड़ रहा l... Hindi · मुक्तक 264 Share संजय सिंह 6 Sep 2018 · 1 min read II जीवन बदल जाएगा ll ?दृष्टिकोण बदले जीवन बदल जाएगा l रहे सकारात्मक रास्ता निकल जाएगा ll? ?होगी कदमों में मंज़िल बस चलते रहो l बिगड़ते बनते ही यो जीवन संवर जाएगा ll? संजय सिंह... Hindi · मुक्तक 261 Share संजय सिंह 8 Jul 2017 · 1 min read II जहां मांग खत्म हो जाती है...II जहां मांग खत्म हो जाती है l जहां स्वाद खत्म हो जाता है ll ना कुछ अपना रह जाता है l सब कुछ अपना हो जाता है ll वह तुमको... Hindi · मुक्तक 439 Share संजय सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read II..आईना भी हैरान...II देख कर यह आईना भी हैरान हो जाए l जब उसी सूरत से फिर दो चार हो जाए ll पल में कैसे रंग बदले इंसान की फितरत l डर है... Hindi · मुक्तक 1 517 Share संजय सिंह 22 Feb 2017 · 1 min read * बस कमाओ ना * मुस्कुराना ठीक है, पर दिल जलाओ ना l दिल में उतर कर कभी, दिल दुखाओ ना I चार दिन की जिंदगी, है मुझे मालूम "सलिल"l काम आओ देश के, बस... Hindi · मुक्तक 776 Share संजय सिंह 20 Feb 2017 · 1 min read फूल /गुल दो मुक्तक.... फूल ने फूल हमको बनाया हि था l गुलसिता में जो गुल मुस्कुराया हि था ll हाथ से पांव तक फूलने से लगे l देख माली ने डंडा... Hindi · मुक्तक 513 Share संजय सिंह 20 Feb 2017 · 1 min read II सृष्टि का चक्र II मुक्तक -- सृष्टि का चक्र है ऐसा कुछ ऐसे ही चलता है l किसी की जान लेकर ही किसी का पेट भरता है ll वो चाहे फूल पौधे हो या... Hindi · मुक्तक 619 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II लम्हा II लम्हा लम्हा याद तुम्हारी, जर्रा जर्रा महके है l हर पल ही अब मधुर मिलन है, प्यासा तन मन चहके है l इंतजार की बात नहीं अब, कोई नाज ना... Hindi · मुक्तक 360 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II करीबी कितनी II दो लाइने लिख कर, सभी को जांच लेता हूं l किसमें कसर कितनी, वो भी मैं भाप लेता हूं l करता नहीं शिकवा, कभी जमाने से लेकिन l उससे करीबी... Hindi · मुक्तक 310 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II चाहे जिसकी सरकार रहे II जब तक सांसे चलती है , जिंदा मेरा प्यार रहेगा l चाहे जिसकी सरकार रहे , इस दिल पर तेरा राज रहेगा ll पाना खोना खो कर पाना, दुनिया का... Hindi · मुक्तक 374 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II...अंदाज निराले है II वो डूबती कश्ती है कुछ दूर किनारे हैं l हालात बदलने के अंदाज निराले है ll मैं खुद हि लिपट रोया अपनी नफासत से l है कौन जो ए समझे... Hindi · मुक्तक 338 Share संजय सिंह 2 Feb 2017 · 1 min read ढूंढता हूं उसको ढूंढता हूं उसको, जिसका पता नहीं है l चलता हूं रास्ते पर, मंजिल पता नहीं है ll ऐसे गुजारी हमने, अपनी ए उम्र सारी l सांसें तो चल रही हैं,... Hindi · मुक्तक 414 Share