Sajan Murarka Language: Hindi 67 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read शेर ए जिंदगी जीने के दिन चाहे जो कम रहे मगर जितना भी रहे,कोई शिकायत न रहे ******** वक़्त हम पर यह भी आना था बाक़ी बैठते जहां लोग उठ चले... Hindi · शेर 296 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read शेर मन में उम्मीद जगी थी उनकी हंसी पर हमें क्या मालूम वह हंस रहे थे हम पर ******** दर्द पर मक्कारी से आंसू बहाने वालों पलकें तक न भीगी,दिल क्या... Hindi · शेर 288 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read परिवर्तन कब होगा ? परिवर्तन कब होगा ? गरीबों के दर्द में झूटे हिस्सेदार हैं यह सारे मतलब के सरदार मतलब परस्त बस्ती बस्ती घूमते नज़र आये पांच साल में एक बार रंजिशों की... Hindi · कविता 454 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read औरत औरत खुदा का नक्शा औरत, बेमिसाल,बेहिसाब, लाजवाब अदायें,नखरे,नज़ाकत,ज़लवा,किसी को रूप का शबाब जग़ मे भेजा तितलियों सा रस,रंग,माधुर्य से भरा नकाब कत्लेआम मचाये बिन हथियार,दिखाये झूटे-सच्चे ख़्वाब दिमाग पर नशा... Hindi · कविता 698 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read दिल-ए-नादान ओ मेरे दिल-ए-नादान चाहत है गुलाब की पर काँटों से भरा है दामन ओ मेरे दिल-ए-अरमान ओंस भीगे कमल की हुवा हासिल कीचढ़ का फ़रमान ओ मेरे दिल-ए-गुमान रूप की... Hindi · कविता 537 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read लोभी आकंक्ष्या लोभी आकंक्ष्या मेरी आकंक्ष्या या लक्ष्य; मेरा चरित्र का शंसय, लिये हुये है आकर्षण, अपर्याप्त,असन्तुस्ट मन, सिर्फ उत्कर्षं की प्रतीक्षा; अतृप्त स्रवभुक लक्ष्य चुना कुछ भी करना चाहता- मोह सदा... Hindi · कविता 283 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read तेरा मेरा साथ तब तुम्हारे साथ का नशा था अब तुम्हारे दीदार का नशा है तब तुम्हारे प्यार में मशगुल था अब तुम्हारे प्यार के लिये मशगुल हैं तब हमने तुम्हे चाँद सा... Hindi · कविता 318 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read विदाई विदाई की अब बजने को है शहनाई विरह के सायों में यादो की परछाई हर एक लम्हा ;हर एक स्पन्दन वियोग के सुरों में ह्रदय का रुदन न कर पाऊं... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 644 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read ज़ुल्फ़ें चेहरे पे आई आवारा ज़ुल्फ़ को संवारा कीजिए ज़ुल्फ़ के पीछे छीपेे हुस्न-ए-चांद को निखारा कीजिए लहराती ये ज़ुल्फ़ नागीन सी की दिल है मचल उठे बांध के ये ज़रा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read चुटकी कौतुक चुटकी बरबाद होना है इश्क़ में, कामयाब हो या नाकाम या तो मंज़नू बनेगें,या बन जायेगें बीबी के गुलाम देवदास सी हालात हो चाहे शाहज़ांह सा अंजाम हर हाल... Hindi · कविता 245 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read हाइकु सक्रांति के हाइकु पर्व त्यौहार उत्साहीत अपार प्रथा आधार खाये घेवर भाभी हाथ देवर सगुन धर नाचें व गायें लोहड़ी में हर्षाये धूम मचाये सज्जित द्वार पोंगल का त्योहार दक्षिणाचार... Hindi · हाइकु 329 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read कुण्डलिया एक प्रयास कुण्डलिया एक प्रयास शर्मो हैया मिट गई ,आधुनिक बना समाज बोल चाल नये निकले, पहनाव से न लाज पहनाव से न लाज,मम्मी पहनती जीन्श को आँचल का ना साज, तड़पे... Hindi · कुण्डलिया 241 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read शेर दर्द पर मक्कारी से आंसू बहाने वालों पलकें तक न भीगी,दिल क्या पसीजेगा सजन Hindi · शेर 381 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read नज़र का खेल नज़र का खेल नज़र उठी-नज़र गिरी-नज़र मिलाकर ; नज़र फड़की-नज़र मिली,नज़र हुई चार नज़र की नज़ाकत का यह नाजूक नज़राना नज़र का मंज़र बना एक मासूम-सा फ़साना हया में नज़र... Hindi · कविता 541 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 2 min read ससुराल मे पीड़ित एक बिटिया का पैगाम -पापा के नाम ससुराल मे पीड़ित एक बिटिया का पैगाम -पापा के नाम पापा, बताना नहीं चाहती थी जब तुम्हे पता चलेगा हरदिन मर-मर कर जीओगे जैसे मैं जी रही थी सात-फेरों के... Hindi · कविता 1k Share Sajan Murarka 14 Sep 2016 · 1 min read सियासतदार सियासतदार झूठा हिसाब क्या देते रोटी ना दे पाये किताब क्या देते खुद नंगे जो महफ़िल में इज़्ज़त कैसे मिले बेशर्म को तब नया नकाब़ क्या देते उल्फ़त में रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 555 Share Sajan Murarka 14 Sep 2016 · 1 min read एहसास दिल से दिल मिले तो बात बने मिले सुकून यह हालात बने समझे मिरा वजूद इस तरहा उन में वह एहसासात बने हर आंसु की पीड़ा चहक उठे दर्द हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 311 Share Previous Page 2