Sajan Murarka Tag: कविता 53 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read चुटकी कौतुक चुटकी बरबाद होना है इश्क़ में, कामयाब हो या नाकाम या तो मंज़नू बनेगें,या बन जायेगें बीबी के गुलाम देवदास सी हालात हो चाहे शाहज़ांह सा अंजाम हर हाल... Hindi · कविता 233 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 1 min read नज़र का खेल नज़र का खेल नज़र उठी-नज़र गिरी-नज़र मिलाकर ; नज़र फड़की-नज़र मिली,नज़र हुई चार नज़र की नज़ाकत का यह नाजूक नज़राना नज़र का मंज़र बना एक मासूम-सा फ़साना हया में नज़र... Hindi · कविता 486 Share Sajan Murarka 17 Jan 2017 · 2 min read ससुराल मे पीड़ित एक बिटिया का पैगाम -पापा के नाम ससुराल मे पीड़ित एक बिटिया का पैगाम -पापा के नाम पापा, बताना नहीं चाहती थी जब तुम्हे पता चलेगा हरदिन मर-मर कर जीओगे जैसे मैं जी रही थी सात-फेरों के... Hindi · कविता 1k Share Previous Page 2