Sachin Nema Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sachin Nema 17 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल जरा चाँद पर से ये बादल हटाओ सुनो जान अपना ये घूँघट उठाओ। मैखाना-ए-उलफ़त ये आँखें तुम्हारी मिरा रिंद दिल है तो जमकर पिलाओ। चमन इस जहाँ के हैं शादाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share