Rekha Rani Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rekha Rani 17 Sep 2016 · 1 min read शिकायतें ख़फ़गी से भरी नहीं लगतीं शिकायतें उनकी, तंज करती सी नहीं लगतीं शिकायतें उनकी, शहद सी मिठास दावतों का इल्तिजाई लहजा, आदाब में झुकी सी लगतीं शिकायतें उनकी। Hindi · मुक्तक 1 457 Share Rekha Rani 3 Sep 2016 · 1 min read रब की रहमत रंग औ नूर जो,बरसा है रब के दर से, रंग औ नूर वो,न मिला दुनिया के घर से, बराबर बराबर ,बाँट सब में वही रेखा , कोई नहीं कहीं,रब की... Hindi · मुक्तक 598 Share Rekha Rani 1 Sep 2016 · 1 min read जीत इक लंबा अरसा बीत गया, यादों का बादल रीत गया, बाजी थी उनको पाने की, रेखा रक़ीब ही जीत गया। Hindi · मुक्तक 606 Share