Rakhi Vashisht 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakhi Vashisht 10 Dec 2016 · 1 min read त्रिवेणी 1 ख्वाब देखा था मैने खुश रहने का चंद मुस्कुराते फूल देखे तो जाना खुश रहने का सामान मुफ्त मिलता है। Hindi · कविता 1 372 Share Rakhi Vashisht 11 Dec 2016 · 1 min read त्रिवेणी 2 सौदागर हैं सभी, मतलब से काम रखते हैं कुछ देने आये तो खबरदार रहना बदले में लेने की फेहरिस्त तमाम रखते हैं Hindi · कविता 1 261 Share Rakhi Vashisht 12 Dec 2016 · 1 min read त्रिवेणी 3 चाहा था छुपा कर रखेगें दास्ताने इश्क पर मेरा यूँ बेमतलब मुस्कुराना सारी हकीकत बयाँ कर गया Hindi · कविता 1 2 346 Share