रजनी मलिक Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रजनी मलिक 6 Sep 2017 · 1 min read कपास के खेत में कपास के खेत में जगमगाती दुधिया रौशनी और वे अनगिनत गिन्नियां जो हर मौसम चलती है ये रात मील का पत्थर है उस सुबह के लिए , जो नया सूरज... Hindi · कविता 448 Share रजनी मलिक 6 Sep 2017 · 1 min read कर सकोगे "कर सकोगे चलो मेरे अनुनाद का अनुवाद कर दो मेरे शब्दों में न सही अपने ही शब्दों में कर दो कर सकोगे,; देखो मै कविता सी बह रही हूँ मेरी... Hindi · कविता 494 Share रजनी मलिक 5 Oct 2016 · 1 min read गलती ********"गलती"*********** "मैंने कितना सोचा, इस बारे में, ये सवाल है, जवाब तो तलाशना ही होगा, फिर एक सांचे में ढाल के सोचा, अंदर -बाहर हुआ, कई बार मै, सवाल की... Hindi · कविता 362 Share रजनी मलिक 30 Sep 2016 · 1 min read बारिश बारिश में बरसो बरस अपने , ख्वाबों की धनक, खुद में समेटे, मै चली जा रही थी, कि अचानक से नज़र ठहर गयी, हाथों से सब्र की पोटली फिसल गयी,... Hindi · कविता 652 Share रजनी मलिक 28 Sep 2016 · 1 min read ढूंढ़ते है* *****/ढूंढते है/******* मावस में पूनम की, सहर में शबनम की, निशानी ढूंढते है। दर्पण में श्रंगार की, नजरों में प्यार की, रवानी ढूंढते है। रिश्तों में अधिकार की, बेबसी में... Hindi · कविता 507 Share रजनी मलिक 18 Aug 2016 · 1 min read राखी **************** "एक डोर, दो बंधे जिससे छोर, रेशा- रेशा जिसका चित्तचोर, रोली-अक्षत की खुशबू इसमें, बंधते है जिससे वचन कठोर। 'बसती इसमें है मासूम जिद, ना होता अधिकारों का शोर।... Hindi · कविता 767 Share