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हो जाती हैं आप ही ,वहां दवा बेकार
हो जाती हैं आप ही ,वहां दवा बेकार
RAMESH SHARMA
आंखे सुनने लग गई, लगे देखने कान ।
आंखे सुनने लग गई, लगे देखने कान ।
RAMESH SHARMA
ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार
ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार
RAMESH SHARMA
गई सुराही छूट
गई सुराही छूट
RAMESH SHARMA
धरा दिवाकर चंद्रमा
धरा दिवाकर चंद्रमा
RAMESH SHARMA
साहित्यिक व्यापार
साहित्यिक व्यापार
RAMESH SHARMA
औषधि की तालीम
औषधि की तालीम
RAMESH SHARMA
नही तनिक भी झूठ
नही तनिक भी झूठ
RAMESH SHARMA
मिले मुफ्त मुस्कान
मिले मुफ्त मुस्कान
RAMESH SHARMA
समझेंगे झूठा हमें
समझेंगे झूठा हमें
RAMESH SHARMA
खुद को कहें शहीद
खुद को कहें शहीद
RAMESH SHARMA
रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास
रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास
RAMESH SHARMA
कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल।.
कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल।.
RAMESH SHARMA
मर जाओगे आज
मर जाओगे आज
RAMESH SHARMA
गौरव से खिलवाड़
गौरव से खिलवाड़
RAMESH SHARMA
आप मुझे महफूज
आप मुझे महफूज
RAMESH SHARMA
वादा करके तोड़ती, सजनी भी हर बार
वादा करके तोड़ती, सजनी भी हर बार
RAMESH SHARMA
मंद बुद्धि इंसान,हमेशा मद में रहते
मंद बुद्धि इंसान,हमेशा मद में रहते
RAMESH SHARMA
दया दुष्ट पर कीजिए
दया दुष्ट पर कीजिए
RAMESH SHARMA
तात शीश शशि देखकर
तात शीश शशि देखकर
RAMESH SHARMA
नैन सोम रस ग्लास
नैन सोम रस ग्लास
RAMESH SHARMA
स्वाभिमान सम्मान
स्वाभिमान सम्मान
RAMESH SHARMA
न पणिहारिन नजर आई
न पणिहारिन नजर आई
RAMESH SHARMA
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
RAMESH SHARMA
दकियानूसी छोड़ मन,
दकियानूसी छोड़ मन,
RAMESH SHARMA
नारी की लुटती रहे, क्यूँ कर दिन दिन लाज ?
नारी की लुटती रहे, क्यूँ कर दिन दिन लाज ?
RAMESH SHARMA
कीमत रिश्तों की सही,
कीमत रिश्तों की सही,
RAMESH SHARMA
चोखा आप बघार
चोखा आप बघार
RAMESH SHARMA
तिरस्कार के बीज
तिरस्कार के बीज
RAMESH SHARMA
मंदबुद्धि का प्यार भी
मंदबुद्धि का प्यार भी
RAMESH SHARMA
क्रूर घिनौना पाप
क्रूर घिनौना पाप
RAMESH SHARMA
देखो खड़ी ढलान
देखो खड़ी ढलान
RAMESH SHARMA
अगर सोच मक्कार
अगर सोच मक्कार
RAMESH SHARMA
रसगुल्ला गुलकंद
रसगुल्ला गुलकंद
RAMESH SHARMA
औरों का अपमान
औरों का अपमान
RAMESH SHARMA
दिया जोतने खेत का, टुकड़ा जिन्हें उधार ।
दिया जोतने खेत का, टुकड़ा जिन्हें उधार ।
RAMESH SHARMA
नाजायज बुनियाद
नाजायज बुनियाद
RAMESH SHARMA
बिना खड़क बिन ढाल
बिना खड़क बिन ढाल
RAMESH SHARMA
रामचरित मानस रचा
रामचरित मानस रचा
RAMESH SHARMA
घर की सब दीवार
घर की सब दीवार
RAMESH SHARMA
हो जायेंगे शीघ्र ही, पन्ने सभी खराब.
हो जायेंगे शीघ्र ही, पन्ने सभी खराब.
RAMESH SHARMA
दुर्जन अपनी नाक
दुर्जन अपनी नाक
RAMESH SHARMA
झूलें नंदकिशोर
झूलें नंदकिशोर
RAMESH SHARMA
ऊसर धरती में जरा ,उगी हरी क्या घास .
ऊसर धरती में जरा ,उगी हरी क्या घास .
RAMESH SHARMA
और करो नादान तुम , कुदरत से खिलवाड़
और करो नादान तुम , कुदरत से खिलवाड़
RAMESH SHARMA
जमी हुई है शक्ल पर, जिनके धूल अपार.
जमी हुई है शक्ल पर, जिनके धूल अपार.
RAMESH SHARMA
यादें अपनी बेच कर,चला गया फिर वक्त
यादें अपनी बेच कर,चला गया फिर वक्त
RAMESH SHARMA
जहरीला अहसास
जहरीला अहसास
RAMESH SHARMA
नैतिकता की हो गई,हदें और भी दूर
नैतिकता की हो गई,हदें और भी दूर
RAMESH SHARMA
डाकू कपटी चोर ठग,खड़े सभी जब साथ
डाकू कपटी चोर ठग,खड़े सभी जब साथ
RAMESH SHARMA
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