Rishav Tomar 51 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Rishav Tomar 17 Mar 2017 · 1 min read दिल का परिंदा मेरे दिल का आज़ाद परिंदा,मोहबत की गली में भटक गया हैं किसी की मोहबत के हसीन ख्याबो में, कही पर अटक गया हैं वो तो छोड़ इस दुनिया को,किसी दूसरी... Hindi · मुक्तक 1 460 Share Previous Page 2