प्रीतम श्रावस्तवी Tag: मुक्तक 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 प्रीतम श्रावस्तवी 26 May 2017 · 1 min read मुक्तक गर ये दिल लापता नहीं होता दर्द का सिलसिला नहीं होता हम जमाने की क्या खबर रक्खें मुझको खुद का पता नहीं होता प्रीतम राठौर भिनगई श्रावस्ती (उ०प्र०) %%%%%%%%%%%%%%%%%%%% ?... Hindi · मुक्तक 258 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 May 2017 · 1 min read परदेशी ???????????? जाते हो तुम जिस तरह जल्दी आना जी। प्यारे बच्चों के लिए कुछ खास खिलौने लाना जी ? जाते हो परदेस अगर. खबर भी लेते रहना । पत्नी बच्चों... Hindi · मुक्तक 505 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 May 2017 · 1 min read परदेशी ???????????? जाते हो तुम जिस तरह जल्दी आना जी। प्यारे बच्चों के लिए कुछ खास खिलौने लाना जी ? जाते हो परदेस अगर. खबर भी लेते रहना । पत्नी बच्चों... Hindi · मुक्तक 292 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 May 2017 · 1 min read दिलों में आज भी अपने तिरंगा मुस्कुराता है 2122- 2122- 2122- 212 ( 1 ) तू ही सोनी तू ही -----लैला तू ही मेरी हीर है तू ही मेरे दिल की दुनिया तू मेरी तकदीर है आरज़ू पहली... Hindi · मुक्तक 281 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2017 · 1 min read भरोसा -- 2 हम भरोसा करें क्या बता जिंदगी एक दिन छोड़ कर तू चली जाएगी तुझसे अच्छी तो वो मौत की है घड़ी जो गमों में सहारा ------ ही दे जाएगी है... Hindi · मुक्तक 222 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2017 · 1 min read भरोसा भरोसा तोड़ने वाले ------------ भरोसा तोड़ देते हैं अगर अवसर मिले तो दिल का शीशा तोड़ देते हैं बड़े लोभी हैं ये कपटी --कभी विश्वास मत करना नहीं वो प्रेम... Hindi · मुक्तक 242 Share प्रीतम श्रावस्तवी 6 May 2017 · 1 min read नसीबों के सितारे दिल के हसरत दिल में मेरे जल गए वो नसीबों के सितारे ----- ढल गए ? पूछो मत हालात - "प्रीतम" रहने दे हम जहाँ थे ग़म के वो बादल... Hindi · मुक्तक 211 Share प्रीतम श्रावस्तवी 4 May 2017 · 1 min read मुक्तक आज दरिया उफन के पुरानी चली बचपने को भुला कर जवानी चली ? मोअत्तर हो गयी उस तरफ की फिजां जिस तरफ दिल की वो रातरानी चली ? हम जहाँ... Hindi · मुक्तक 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 4 May 2017 · 1 min read शीर्षक निजात ग़मों से अब निजात दे देना मुझे थोड़ी --हयात दे देना या लहद में लिटा दे तू मुझको या खुशी की जमात दे देना ? प्रीतम राठौर श्रावस्ती (उ०प्र०) ?... Hindi · मुक्तक 1 232 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक क़तआ ******* मेरे जीवन पर तेरा अधिकार है तेरे क़दमों में मेरा संसार है देखी है जब से तेरी सूरत सनम दिल पे मेरे न रहा इख़्तियार है (2) क़तआ... Hindi · मुक्तक 229 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read प्यार का सौदा प्यार का सौदा बड़ा मंहगा हुआ है आज़कल देखता हूँ मैं जिसे वो रो रहा है आज़कल है नियत में खोट इनके भोली सूरत दिख रही खा रहा कसमें वफ़ा... Hindi · मुक्तक 430 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read नाज़ हुस्न पे न कर नाज़ हुस्न पे न कर एक दिन ये ढल जाये ये तो ऐसा मौसम है पल में जो बदल जाये आ छुपा लूँ मैं तुझको अपनी इन निगाहों मैं मरमरी... Hindi · मुक्तक 620 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read बेटियों का महत्व मेहंदी रोली कंगन का सिँगार नही होता''' रक्षा बँधन भईया दूज का त्योहार नहीं होता'''' रह जाते है वो घर सूने आँगन बन कर'''' जिस घर मे बेटियों का अवतार... Hindi · मुक्तक 4k Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read सरदार भगत सिंह जी आज़ सरदार जो सूली पे न चढ़ा होता देखिये हाल न फिर देश का बदला होता आज़ कुर्बानी सुखदेव न दिया होता राज अंग्रेजों का आज़ भी चलता होता Hindi · मुक्तक 205 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read शहीदे आज़म भगत सिंह जी की पुण्य तिथि पर वीरों में वो महान थे सरदार भगत सिंह जी भारत की आन बान थे सरदार भगत सिंह जी बनकर के वो दिवानें आज़ादी के वतन में दिल जान से कुर्बान... Hindi · मुक्तक 226 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read कैसी फितरत इंसान की आज देखी इंसां में कैसी ये ज़हालत है इनकी कौमे इंसां से आज क्यूँ बग़ावत है खून ये बहाते हैं ख़ौफ़ न करें रब का एक दूसरे का क्यूँ करते... Hindi · मुक्तक 420 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Apr 2017 · 1 min read बाबा साहेब डा० भीम राव अम्बेडकर के श्री चरणों में समर्पित चार पंक्तियाँ बाबा साहेब के शुभ जन्मदिवस पर चार पंक्तियाँ समर्पित देश जब बरसों तलक त्रासदी को सहता है तब कहीं ऐसा चमन में ये पुहुप खिलता है गूँजती चारो दिशाओं में... Hindi · मुक्तक 424 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Apr 2017 · 1 min read बचपन की मस्ती वो बारिश की छम-छम वो काग़ज़ की कश्ती बहुत याद आए वो बचपन की मस्ती कहाँ खो गये दिन झमेलों में पड़ के नहीं भूल पाए ये नन्ही सी हस्ती... Hindi · मुक्तक 678 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Apr 2017 · 1 min read समर्पण दस्ते नाजुक मुड़ न जाए वज़्न-ए- शमशीर से कब सए घायल हम हैं तेरी इस नज़र के तीर से। ******************** गर इशारा कर दो तुम जानो दिल कर दें फिदा... Hindi · मुक्तक 277 Share Previous Page 2