ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 20 Jan 2017 · 2 min read बस तेरी अब याद है..... बस तेरी अब याद है... तर्ज़:-(चुपके-2 रात दिन) (1) प्रियतम प्यारे मोहना बस तेरी अब याद है.. वो तेरा अक्रूर संग मथुरा को जाना याद है। प्रियतम प्यारे... (2) देख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 590 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 11 Feb 2018 · 1 min read उसे पाने की खातिर.... उसे पाने की ख़ातिर क्या कुछ नहीं किया मैंने दिन को उसे देखते रहे रातों को सोचा मैंने निगाहें बस देखते रहना चाहती थी सिर्फ उन्हें उनकी तस्वीर को दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 532 Share