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39 posts
ज़माने की आवाज़
ज़माने की आवाज़
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
रीत की वात अवं किनखs भावज
रीत की वात अवं किनखs भावज
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
हिम्मत का सफर
हिम्मत का सफर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
इन्साफ की पुकार
इन्साफ की पुकार
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
उम्मीद की डोर
उम्मीद की डोर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
साहित्य सृजन की यात्रा में :मेरे मन की बात
साहित्य सृजन की यात्रा में :मेरे मन की बात
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
मित्रता की परख
मित्रता की परख
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
पहली किताब या पहली मुहब्बत
पहली किताब या पहली मुहब्बत
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
"नाम तेरा होगा "
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
"नवांकुरो की पुकार "
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
बहर के परे
बहर के परे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
सत्संग की ओर
सत्संग की ओर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
क्या हम वास्तविक सत्संग कर रहे है?
क्या हम वास्तविक सत्संग कर रहे है?
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
विचारिए क्या चाहते है आप?
विचारिए क्या चाहते है आप?
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
आत्मस्वरुप
आत्मस्वरुप
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
संसार का स्वरूप (2)
संसार का स्वरूप (2)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
संसार का स्वरूप
संसार का स्वरूप
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं
फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी
खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
दिल में गीत बजता है होंठ गुनगुनाते है
दिल में गीत बजता है होंठ गुनगुनाते है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
अब भी वही तेरा इंतजार करते है
अब भी वही तेरा इंतजार करते है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
तुम यूं मिलो की फासला ना रहे दरमियां
तुम यूं मिलो की फासला ना रहे दरमियां
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
चांद निकला है तुम्हे देखने के लिए
चांद निकला है तुम्हे देखने के लिए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
रंग भी रंगीन होते है तुम्हे छूकर
रंग भी रंगीन होते है तुम्हे छूकर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
चांद जैसे बादलों में छुपता है तुम भी वैसे ही गुम हो
चांद जैसे बादलों में छुपता है तुम भी वैसे ही गुम हो
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
आसमां में चांद अकेला है सितारों के बीच
आसमां में चांद अकेला है सितारों के बीच
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
ये आसमां ये दूर तलक सेहरा
ये आसमां ये दूर तलक सेहरा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
वो दिन भी क्या दिन थे
वो दिन भी क्या दिन थे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
तुम मेरी ही मधुबाला......
तुम मेरी ही मधुबाला......
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
बेटी का हक़
बेटी का हक़
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
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