मै बेटी हूॅ
बेटी पर एक रचना निवेदित--- ------------------------------ मै बेटी हूॅ*--- -----*-*-*------ तुम्हे रिझाने को भूल बैठी अपना अस्तित्व दर्द के कोहरे से बचाना ही तो था हमारा ममत्व । मै बेटी...
"बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017