डा प्रज्ञ गोयल Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डा प्रज्ञ गोयल 16 Jun 2016 · 2 min read कैसे सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा है? जिस देश का कानून खड़ा है जैसे हो अंधा और पुलिस थानो में हो जैसे पंडो का धंधा मुठभेड़ो के नाम पर हत्या होती है निर्दोषों की चौराहे पर चीरहरण... Hindi · कविता 1k Share डा प्रज्ञ गोयल 15 Jun 2016 · 1 min read सत्य सत्य की खोज में निकल आया था सागर के पार जाने कितने पथ और मेरे पाँव उन पर मिले झरनो की अविरल धार मेरी चेतना में सिमटी हुई असंख्य झाँकीया... Hindi · कविता 3 1 1k Share डा प्रज्ञ गोयल 26 Jun 2016 · 1 min read मुस्कुरा के जियो डर के नहीं मुस्कुरा के जियो प्यार को दिल में समों के जियो हाथ थाम के कुछ बातें कहो अपना किसी को बना के जियो धीरे-धीरे जिंदगी गुजर जायेगी मन... Hindi · कविता 517 Share डा प्रज्ञ गोयल 17 Jun 2016 · 1 min read वो तेरी एक भूल सुबह उगते हुए सूरज से मैंने पूछा यहां जो उग रहा है तू कहीं तो ढल रहा होगा किसी की नींद आखों से चुराने तू यहां आया कोई तो तेरे... Hindi · कविता 1 327 Share