गौरव पाण्डेय 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid गौरव पाण्डेय 20 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ व्यक्ति के निर्माण का आधार अपनी बेटियाँ। स्नेह,ममता,त्याग का संसार अपनी बेटियाँ।। फूल सा कोमल हृदय रखती यक़ीनन है मगर। आन की हो बात तो तलवार अपनी बेटियाँ।। हर मुसीबत... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2 1k Share