Suneel Pushkarna Language: Hindi 54 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Suneel Pushkarna 25 Jul 2016 · 1 min read समुद्र मंथन यदि एक बार फिर से हो जाए... "समुद्र मंथन" तो नहीं होगी लड़ाई "अमृत" के लिए... अब तो लड़ाई होगी "विष" के लिए क्यूंकि लम्बी उम्र के आशीर्वाद भी अभिशाप... Hindi · कविता 1 868 Share Suneel Pushkarna 25 Jul 2016 · 1 min read वक़्त घड़ी की टिक-टिक करके बढ़ती सुइंयाँ कर जाती हैं इशारा... पल भर में देखना चाहते हो जितना... देख लो उतना... क्यूंकि अगला पल मैंने किसी और के नाम कर रखा... Hindi · कविता 1 456 Share Suneel Pushkarna 25 Jul 2016 · 1 min read सफर सफर में साथ चलने वाले सभी तो नहीं होते हमसफ़र सभी तो होते हैं नितान्त,अजनबी जिन से नहीं होता कुछ भी परिचय फिर भी सफर में ये बन जाते हैं... Hindi · कविता 1 270 Share Suneel Pushkarna 25 Jul 2016 · 1 min read अजनबी अजनबी के साथ सफर में हम सफर बनना कितना अच्छा लगता है उस वक्त नहीं होती कहीं उम्र नहीं होता कोई बन्धन होता है तो बस साथ चलते रहने का... Hindi · कविता 1 498 Share Previous Page 2