ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: मुक्तक 307 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Sep 2021 · 1 min read श्रद्धा बिन श्राद्ध किस काम का ? श्रद्धा के बिना श्राद्ध का कोई मोल नहीं, अब कहां से आया प्यार ,आदर सत्कार उमड़ कर, जीतेजी तो उनसे कभी बोले दो मीठे बोल नहीं। अब आंखों से आंसुओं... Hindi · मुक्तक 7 4 325 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Aug 2021 · 1 min read विवाह का अंजाम विवाह चाहे कितने भी प्रकार का हो , सभी का अंजाम एक जैसा ही होता है । विवाह से पूर्व जो बनता है दिलदार आशिक , वो विवाह के बाद... Hindi · मुक्तक 5 2 280 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Sep 2021 · 1 min read समय और जीवन समय , हाथों से फिसलती रेत , नदियों का अविरल बहता पानी । सैदेव गतिशील , मानव जीवन की तरह । दोनो ही अनियंत्रित , अनिश्चित । काल की भांति... Hindi · मुक्तक 4 3 377 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Oct 2021 · 1 min read पथभ्रष्ट जो फिल्मी मां बाप खुद पथभ्रष्ट हो , अपने बच्चों को क्या रास्ता दिखाएंगे । भारतीय संस्कार भूल चुकी है बॉलीवुड की दुनिया, यहां से तो शैतान ही उभर कर... Hindi · मुक्तक 4 3 201 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Jan 2022 · 1 min read उम्मीदें हम क्या रखें नए साल से उम्मीदें हमारे लिए हर आने वाला साल है एक जेसा . लेकर चले हाथों में जलता चिराग . जानिब -एे -मंजिल . मंजिल तो... Hindi · मुक्तक 4 7 427 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jun 2022 · 1 min read बरसात एक झलक दिखला के जाने का कहां छुप गई , अरे बरसात ! तू अचानक कहां चली गई । तेरे प्यारे और कोमल स्पर्श को तरसे हमारा तन मन ,... Hindi · मुक्तक 4 2 105 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2021 · 1 min read दोस्ती दोस्ती औरत और मर्द का फर्क नहीं करती , ना ही करती है जात पात ,रंग रूप ,भाषा में फर्क । दोस्ती मजहब और क्षेत्रवाद का भी विचार नहीं करती... Hindi · मुक्तक 3 2 270 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Aug 2021 · 1 min read हम कहां आजाद हुए हैं? पहले गोरों ने सताया , अब काले भूत बनके खड़े है । आजाद कहां है हम , अब भी बंदिशों में बंधे है । घर के बाहर घूमता खौफनाक साया,... Hindi · मुक्तक 3 220 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Nov 2021 · 1 min read आजादी के तीर से नुकीले वचन .. मुझे मेरे चाहने वालों ने पूरी शिद्दत से, हक और स्वाभिमान से पाया । यह कौन जाहिल और बदतमीज लोग हैं, जो कहते हैं मैं उनको भीख में मिली ?... Hindi · मुक्तक 3 2 299 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Dec 2021 · 1 min read समय की रफ्तार समय अपनी रफ्तार पर तेजी से बढ़ रहा है , मालूम नहीं ढलान की ओर या ऊंचाई की ओर । हमारी जिंदगी तो अपनी सीधी पटरी पर है देखे जाती... Hindi · मुक्तक 3 5 165 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Dec 2021 · 1 min read परिचय अपने को श्रेष्ठ साबित करने के फेर में , खुद जनता की नजरों से गिर जाते है । कभी हीरा नहीं देता है अपना परिचय , इस बात को क्यो... Hindi · मुक्तक 3 6 382 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Dec 2021 · 1 min read छोटू यह जो होटलों में काम करने वाले छोटू हैं न ! यह दरअसल अपने घर के बड़े होते हैं। जिम्मेदारियों का बोझ उठाए अपने परिवार का , अपना बचपन न... Hindi · मुक्तक 3 2 314 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jan 2022 · 1 min read धर्म का सवाल जब कंकाल एक , खून एक , दिल एक , दिमाग एक , आत्मा सबकी एक , जन्म और मौत एक , तो धर्म का सवाल कहां से आ जाता... Hindi · मुक्तक 3 4 176 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jan 2022 · 1 min read कपूत है या कैसा .. सिद्दू का चरित्र यूँ समझ लो . जेसे हो बिन पेंदी का लौटा । समझते थे ज़िसको क्या हम , निकला. यह सिक्का खोटा । bjp को केक्यी. बना दिया... Hindi · मुक्तक 3 6 241 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Jan 2022 · 1 min read बेहयाई शर्म बेचकर खा गई आज की युवा पीढ़ी , कुसंस्कारी कलयुग की है यह पहली सीढ़ी । अब आगे आगे देखते जाइए होता है क्या ! बेहयाई की है इस... Hindi · मुक्तक 3 4 259 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2022 · 1 min read मां है जीवन का अर्थ प्रेमिका स्वार्थी , पत्नी आंशिक स्वार्थी । परंतु मां में होता स्वार्थ नहीं । यही सत्य है मित्रों , मां है तो सबकुछ है , मां के बिना जीवन का... Hindi · मुक्तक 3 2 194 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jun 2022 · 1 min read आत्म हत्या क्यों ? किसी की बेवफाई से निराश होकर, यूं आत्महत्या नहीं किया करते । बहने लगो जब जज़्बात के तूफान में, तो कुछ ख्याल अपने माता पिता का भी किया करते। Hindi · मुक्तक 3 2 178 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jun 2022 · 1 min read माता है यदि आदर योग्य , माता है यदि आदर योग्य , तो पिता भी उससे कम नहीं । माता के चरणों में यदि स्वर्ग है , तो पिता का स्थान स्वर्ग से कम नहीं । Hindi · मुक्तक 3 5 96 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2021 · 1 min read उपहास इन कृतघ्न और पाखंडी नेताओं ने , क्या खूब किया कारगिल के शहीदों के बलिदान का उपहास । देकर एक गद्दार को मृत्यु उपरांत राजकीय सम्मान , दिया उनकी आत्मा... Hindi · मुक्तक 2 2 377 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Aug 2021 · 1 min read पड़ेगा अब कफन उठाना ! मुश्किल लगता है ,। अरमानों का पूरा होना । क्या करें बड़ी दुश्वार है राह ए कामयाबी , नामुमकिन है उस तक पहुंचाना । हमारी हिम्मत अब जवाब दे चुकी... Hindi · मुक्तक 2 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Aug 2021 · 1 min read संस्कार विहीन संतान जननी जन रही दुष्ट जन , ना भक्तजन ,ना दानी न शूर । रहे वो अपनी मस्ती में गुम , संतान हो रही संस्कारों से दूर । Hindi · मुक्तक 2 460 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Oct 2021 · 1 min read नारियों को मिले यथोचित सम्मान नवरात्रों में नवदुर्गा की व्रत , और पूजा तभी तक है सार्थक । जब तक देश,समाज और घर में, नारियों को मिले यथोचित सम्मान । बिना इनके सब कुछ है... Hindi · मुक्तक 2 2 198 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Oct 2021 · 1 min read मर्यादा अतिआधुनिकता के फेर में नहीं रहता , आजकल लोगों को मर्यादा का ध्यान । ऐसे में निसंदेह लोग खो बैठते , एकदूजे की।नजर में अपना सम्मान । Hindi · मुक्तक 2 159 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Nov 2021 · 1 min read क्रोध :विनाश का कारण क्रोध अहंकार से प्रारंभ होता है , और विनाश पर समाप्त होता है । क्रोध से घर ,देश और समाज की , सुख ,समृद्धि ,शांति,प्रेम ,मान , सम्मान सब कुछ... Hindi · मुक्तक 2 3 695 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Nov 2021 · 1 min read साथ सुन्दर होना चाहिए अन्यथा ... साथ हो सुन्दर और सुखद , तो जीवन फूलों की बगिया है । साथ हो बोझिल और दुखद , तो जीवन कांटों की शैय्या है । Hindi · मुक्तक 2 2 158 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Nov 2021 · 1 min read अपशब्द की सौगात अपशब्द कहने वाला समझता है , मैने सामने वाले को अपमानित किया । मगर वो यह नहीं जानता वो अपशब्द की, सौगात तो उसके पास ही रह गई , क्योंकि... Hindi · मुक्तक 2 2 406 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Nov 2021 · 1 min read नसीब कितनी कश्तियां हैं जो साहिल तक पहुंच पाती है ? कितने कदम हैं जो मंजिल तक पहुंच पाते है ? कितनी जिंदगियां अपने मकसद तक पहुंच पाती है? यह सब... Hindi · मुक्तक 2 4 363 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Nov 2021 · 1 min read एहसान फरामोशी अच्छी नहीं ... मुसर्रतों की हर शय गुज़ारी तुमने , जिंदगी की हर खुशी पाई यहां तुमने , तुम्हारे फन को सराहा ,इतना प्यार दिया अरे ! एहसान फरामिशो ! इस प्यार और... Hindi · मुक्तक 2 2 209 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Nov 2021 · 1 min read फिजूल खर्ची अच्छी नहीं । फिजूल खर्ची मत कीजिए जनाब ! देश के धन को लगाइए उपयुक्त कार्यों में । साधन और संसाधन बहुत एकत्र कर लिए, अब धन को लगाइए सामाजिक कार्यों में । Hindi · मुक्तक 2 2 284 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Dec 2021 · 1 min read बेटियां बेटियां बचेगी भी और बेटियां पढ़ेगी भी, पहले इनको शस्त्र विद्या तो दो , बेटियां दानवों का संहार करेंगी भी। Hindi · मुक्तक 2 4 189 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Dec 2021 · 1 min read कटारी नफरत की राजनेता कोई भी हो , नर हो या कोई नारी । सभी है बदमीजाज , चलाते रहते हैं कटारी। Hindi · मुक्तक 2 2 321 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Dec 2021 · 1 min read ईमारत जर्जर थी ईमारत वोह नींव से ही , ढहनी ही थी ,आखिर ढह ही गई । दीमक बनकर खा जाए जिसे अपने , उस वृक्ष की गति भला और क्या... Hindi · मुक्तक 2 1 192 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Dec 2021 · 1 min read जनरल रावत को शत शत नमन भारत भूमि तरसा करे पाने को ऐसा सपूत , आज उसने खोया ऐसा शूर वीर सपूत । क्या कहें ह्रदय बहुत व्यथित है सुनकर यह घटना , बड़ा मनहूस दिन... Hindi · मुक्तक 2 229 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Dec 2021 · 1 min read सियासत का खेल क्या खूब दगा किया अपने साथ हमीं ने , जो उनके वायदे पर एतबार कर लिया । उनको तो काम था सिर्फ हमारे वोटों से, सियासत का खेल खेलकर जनाब... Hindi · मुक्तक 2 2 206 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Dec 2021 · 1 min read सर्पों से दोस्ती नहीं निभ सकती .. सर्पों से दोस्ती निभ सकती नहीं, चाहे कितना भी कर लो प्रयास । तुम जिसे दूध पिला रहे हो , वोह तो फिर भी डंक मारेगा , फ़िज़ूल है करना... Hindi · मुक्तक 2 3 254 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jan 2022 · 1 min read नेता नहीं व्यापारी पहले तो हादसों के प्रति लापरवाही , फिर बांटते घायलों और मृतकों पर रकम भारी , आखिर समझ क्या रखा है नेताओं ने , जनता की जिंदगी को ? यह... Hindi · मुक्तक 2 4 209 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jan 2022 · 1 min read चिकने घड़े होते है नेता .. तीर पे तीर चलाएं एक दूजे पर परन्तु होए ना कोई भी घायल, अगर होते इतना दिल को लगाने वाले, तो देश का आज ना होता ऐसा हाल। Hindi · मुक्तक 2 327 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read अंजाम जनता के सारे वोट हुए आप के नाम , दिल्ली भी सारी हुई अब आप के नाम , कुर्सी तो मिल गयी , अब देखते है हम , ५ साल... Hindi · मुक्तक 2 2 183 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read एकता के सुर अपनी डफली अपना राग मत बजाओ , भारतीय हो तो सच्चे भारतीय बनके दिखाओ । एक सुर में एकता के गीत गाकर , राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बन जाओ । Hindi · मुक्तक 2 3 309 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read मूर्खता की हद यह विपक्षी दल बेवजह विरोध करते है । यूं लगता है अपना मानसिक संतुलन खो बैठे है। तभी तो स्कूल / कॉलेज में यूनिफॉर्म नहीं, मूर्ख !बिकनी पहनने की सलाह... Hindi · मुक्तक 2 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Feb 2022 · 1 min read फूल पौधों से प्यार देखकर दुनिया की असलियत , उससे दिल बेजार हो गया । इसीलिए मेरे अजीज दोस्तों ! हमें फूल पौधों से प्यार हो गया । Hindi · मुक्तक 2 3 334 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Feb 2022 · 1 min read जुबानी जंग प्रतियोगिता चुनावों में वोट पाने की ही नहीं, अपनी जुबान की धार तेज करने की भी चल रही है। कोई कितनी सीमा तक जहर उगल सकता है , ईमान से... Hindi · मुक्तक 2 3 167 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Feb 2022 · 1 min read संयम जरूरी है ... सदा तिल का ताड़ मत बनाया कीजिए , समस्याओं को अतिशीघ्र सुलझा लिया कीजिए । बढ़ता है जब मसला तो अजाब बन जाता है , बैर क्रोध का अचार या... Hindi · मुक्तक 2 320 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Mar 2022 · 1 min read शक का दायरा एक छोटी सी जीत मिली है , मगर वोह भी शक के दायरे में। हों न हो इसमें है कोई गहरा राज़ , वरना " आप" इतने तो काबिल नहीं... Hindi · मुक्तक 2 2 190 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Apr 2022 · 1 min read ज़रा कुछ दो बोल इस दुनिया में सीधे-सच्चे लोगों का कोई, रह ना गया मोल , पकड़कर उनकी बातों को उन्हें उलझाएँ , चाहे कितना तोलकर बोलें बोल । उनकी छोटी से भूल को... Hindi · मुक्तक 2 90 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2022 · 1 min read इमरान का तख्ता पलट आखिर जो होना था होकर रहा। इमरान का तख्ता पलट होकर रहा । लाख हाथ पांव मारे ,लगाई बड़ी जुगत , अविश्वास प्रस्ताव होकर ही रहा । Hindi · मुक्तक 2 2 115 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jun 2022 · 1 min read जीवन में अनुशासन गलत खान पान , और जीवन चर्या अनुशासन हीन । यूं समझ लो सभी मिलकर , लेती आपके जीवन को छीन । Hindi · मुक्तक 2 2 189 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jun 2022 · 1 min read योग का असर काश यूं हो जाए .. योग से यदि तन के साथ मन भी , स्वस्थ होता हो ,तो यह योग विपक्षी , दलों और अराजक तत्वों से करवाया जाए। ताकि कुछ तो देश में अमन... Hindi · मुक्तक 2 4 72 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jun 2022 · 1 min read एक ही भूल भूल हुई हमसे जो , अब तक तुम्हारी खताओं को माफ करते रहे । वरना जिस तरह से की तुमने , हमारे धर्म , आस्था और आराध्यों की , अवहेलना,... Hindi · मुक्तक 2 4 120 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2022 · 1 min read उमस बरसात की एक बूंद को पहले तरसाती। फिर बरसात खत्म होने पर भी हावी हो जाती । बिजली के नखरों से सांठगांठ कर गर्मी में तड़पाती। क्या एसी,क्या कूलर क्या... Hindi · मुक्तक 2 2 83 Share Page 1 Next