NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 21 Sep 2018 · 3 min read पाँच वर्ष आज अखबार में विज्ञापन छपा था, विज्ञापन के साथ ही पूछताछ के एक सम्पर्क अंक (नम्बर) भी,नवनीत सुबह सुबह चाय की चुस्की ले अखबार पढ़ रहा, अचानक उसकी निगाह उस... Hindi · कहानी 4 2 327 Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 23 Aug 2016 · 1 min read जन्माष्टमी दोहे : उत्कर्ष कृष्णपक्ष कृष्णाष्टमी,कृष्ण रूप अवतार । हुए अवतरित सृष्टि पे,जग के पालनहार ।। जन्म हुआ था जेल में,भादो की थी रात । द्वारपाल सब सो गए,देख अनोखी बात ।। ✍?नवीन श्रोत्रिय... Hindi · दोहा 2 16 3k Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 23 Aug 2016 · 1 min read गजल : मेरी ख्वाहिश ★ ★ ★ ★ ★ देश की शान मैं यूं बढाता रहूँ । शीश झुकने न दूं मैं कटाता रहूँ । काट दूँ हाथ वो,जो उठे देश पर, दुश्मनो को युँ हीं मैं मिटाता रहूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 397 Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 22 Jan 2017 · 2 min read मत्तग्यन्द सवैया देख गरीब मजाक करो नहि,हाल बनो किस कारण जानो । मानुष दौलत पास कितेकहु,दौलत देख नही इतरानो । ये तन मानुष को मिलयो,बस एक यही अब धर्म निभानो । नेह सुधा... Hindi · कविता 1 485 Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 22 Jan 2017 · 1 min read सुप्रभात कुण्डलिया कान्हा तेरा नाम सुन,मन में नाचे मोर । तेरे सुमिरन मात्र से,होय सुहानी भोर ।। होय सुहानी भोर,बाद सब मंगल होता । धरे नही जो ध्यान,मूर्ख अपना ही खोता ।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 489 Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 22 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक कर प्रेम राधिका सा,मोहन हमे बनाना । हो वायदा कभी गर,फिर वायदा निभाना । घर से हो दूर कितने,पर दिल से ना समझना । तुम दूरिया बना के,हमसे न दूर... Hindi · मुक्तक 1 370 Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 25 Feb 2017 · 1 min read चंद्रमुखी : मत्तग्यन्द सवैया जोगिन एक मिली जिसने चित, चैन चुराय लिया चुप मेरा । नैन बसी वह नित्य सतावत, सोवत जागत डारिहु घेरा । धाम कहाँ उसका नहिं जानत, ग्राम, पुरा, बृज माहिंउ... Hindi · कविता 1 331 Share NAVEEN SHROTRIYA UTKARSH 1 Mar 2017 · 1 min read आल्हा/ वीर सुमिरू तुमको हंसवाहिनी,मनमोहन,गुरुवर, गिरिराज । पंचदेव, गृहदेव, इष्ट जी,मंगल करना सारे काज ।। बाल नवीन करे विनती यह,रखना देवो मेरी लाज । उर भीतर के भाव लिखूँ मैं,आल्हा छंद संग... Hindi · कविता 1 568 Share