Neelam Sharma Tag: गीत 60 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Neelam Sharma 26 May 2017 · 1 min read शुभ्र कपोत हे शुभ्र गौर, श्वेत,अमल रंग कपोत, वलक्ष, शुक्ल,अवदात पारावत। तुझे देख हृदय ऊर्जावान हुआ, अति हर्ष से मन मेरा हुआ ओतप्रोत। हे रक्तलोचन उज्ज्वल धवल, है परवाज़ तेरी उन्मुक्त निश्छल।... Hindi · गीत 264 Share Neelam Sharma 25 May 2017 · 1 min read क्यों मेघ ये बरसते हैं। बादल देखो मेघ घन,जलधर,वारिद, की आंखों से क्यों आंसू छलके? क्या सागर ये हैं भर रहे, अपने नयन सजल से? कौन समझा है और समझेगा कि गीले हैं नभ लोचन... Hindi · गीत 305 Share Neelam Sharma 25 May 2017 · 1 min read मिल गई। फ़िलबदीह - २४९ मिसरा - जिसे मां की दुआएं मिल गई। काफ़िया -दुआएं। रद़ीफ़- मिल गई। गिरह- समझो पाली उसने सारी कायनात, जिसे मां की दुआएं मिल गई। १) तुमको... Hindi · गीत 226 Share Neelam Sharma 25 May 2017 · 1 min read खनक खनके वलय,कंगना खनखन, प्रिये तू चंचल सुंदर चपल। सुनकर खनक तेरे कटक,कड़े की दिल मेरा जाता है मचल। चटक न जाए तेरे कंकण कंगना ओ दीवानी ज़रा संभल के चल।... Hindi · गीत 322 Share Neelam Sharma 24 May 2017 · 1 min read सफलता तेरे लिए। फ़िया- आया।(आ) २४/५/१७ मत गुरुर कर सफलता खुद पे, मैं हासिल करूंगी तुझे, खातिर तेरी मैंने हर सुख भुलाया, सिर्फ तेरे लिए। असफलताएं मुझे चाहती हैं तो चाहा करें, प्रयास... Hindi · गीत 415 Share Neelam Sharma 23 May 2017 · 1 min read - दिल वही खामोशियां बोता रहा। - दिल वही खामोशियां बोता रहा। गिरह- रात थी गहरी बहुत,मोम सा जल रहा था हर लम्हा, बड़ी शिद्दत से,ये दिल वही खामोशियां बोता रहा। १) इश्क नहीं बनता क्यों... Hindi · गीत 190 Share Neelam Sharma 23 May 2017 · 1 min read चांद चांद १) शरद की श्वेत रात्रि में इक दिन उदास था मेरा मन, तभी अकस्मात ही हुआ मयंक का आगमन। २) बोला मुझसे उठो ना कुछ तो बातें करो ना।... Hindi · गीत 293 Share Neelam Sharma 22 May 2017 · 1 min read नयन तेरे नयन तेरे..... लोचन,नयन,नेत्र,चक्षु हैं , अति मनमोहक और चितेरे। हृदय के भाव मेरे पढ़ लेते, ये दृग,विलोचन,अक्षि तेरे। नील वर्ण गहरे समुद्र से रहते इनमें कुछ भाव से ठहरे। क्या... Hindi · गीत 335 Share Neelam Sharma 22 May 2017 · 1 min read खिलौनों का सफ़र खिलौनों का सफ़र ज़ीस्त यह है बस खिलौनों का सफ़र, कोई सस्ता, कोई महंगा खिलौना है। है बना कांच से कोई मिट्टी से हां जी, अंजाम फना होना है। तुम्हें... Hindi · गीत 198 Share Neelam Sharma 21 May 2017 · 1 min read सीप और मोती सीप और मोती मेरा दिल बंद सीप है और सनम तू उसमें है मोती तेरा मेरा साथ ऐसा है कि जैसे दीपक संग ज्योति। तू जुल्म करता है मुझपर, दिल... Hindi · गीत 613 Share Previous Page 2