Nazar Dwivedi Tag: ग़ज़ल/गीतिका 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nazar Dwivedi 2 Aug 2018 · 1 min read जिनको ईमान जिनको ईमान सरे आम लुटाते देखा . क़द ज़माने में उन्हीं को ही बढ़ाते देखा .. पारसाई की मिसालें थीं जहां में जिसकी . ( = पवित्रता ) गोरे आरिज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 440 Share Nazar Dwivedi 3 May 2018 · 1 min read मेरी ग़ज़ल में फ़क़त इक हताशा है मेरी ग़ज़ल में | ग़ज़ल का छलावा है मेरी ग़ज़ल में || सदा गूँजती है सिसकने की शब भर | कोई तो अकेला है मेरी ग़ज़ल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share Nazar Dwivedi 29 Jan 2017 · 1 min read क्या करिश्मा दिखा दे न जाने ख़ुदा क्या करिश्मा दिखा दे | तुझे क्या पता है वो कब किसको क्या दे .. गिनाता उसे है शिकायत बहुत तू . अगर उसने दी है जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 514 Share Nazar Dwivedi 29 Jan 2017 · 1 min read जुर्म किसका था जुर्म किसका था, मिली किसको सज़ा रहने दो . किसको होना था, हुआ कौन रिहा, रहने दो.. दफ़्न मुझमें हैं कई ख़्वाब अज़ल से लेकिन , मेरी आँखों में उमीदों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 260 Share Nazar Dwivedi 25 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल आज तक मेरा रहा तो क्या हुआ . हो गया अब ग़ैर का तो क्या हुआ.. कब चला वो आँख अपनी खोल कर. रास्ते में गिर पड़ा तो क्या हुआ..... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share Nazar Dwivedi 25 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल तुम्हारी बेरुखी ने जो दिया सदमा मुबारक हो . तुम्हें दौलत मुबारक हो मुझे कासा मुबारक हो.. (= भिक्षापात्र) ज़माने की ख़ता क्या थी, मुझे बदनाम होना था. मुक़द्दर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 381 Share Nazar Dwivedi 10 Dec 2016 · 1 min read ग़र्दिशें गुज़रीं ग़र्दिशें गुज़रीं जबीं को चूम कर, अच्छा लगा | हादसों के साथ करना ये सफ़र अच्छा लगा || उम्र भर तू ज़िन्दगी महरूम कर सकती न थी | ज़ात को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 270 Share Nazar Dwivedi 10 Dec 2016 · 1 min read हौसला जब भी तुम्हारा जाएगा हौसला जब भी तुम्हारा जाएगा | दूर हाथों से किनारा जाएगा || मेमने की आँख में देखो तो तुम | किसके हिस्से में बेचारा जाएगा || सोच पाता काश वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share Nazar Dwivedi 4 Dec 2016 · 1 min read बाँसुरी बन कर बाँसुरी बन कर अधर पर गुनगुनाता कौन है । यह मेरा इल्मो अदब मुझमें सजाता कौन है ।। कौन है जो बारहा आता है मेरे सामने । बच निकलने का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 465 Share Nazar Dwivedi 15 Nov 2016 · 1 min read अगर मैं झूठ बोलूँ अगर मैं झूठ बोलूँ तो मेरा ईमान जाता है । मगर सच पर कहाँ मेरे किसी का ध्यान जाता है ।। बदलते दौर में रिश्ते रहें महफ़ूज़ भी कैसे ?... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Nazar Dwivedi 8 Nov 2016 · 1 min read ग़ज़ल न समझो शोर में शामिल वो सन्नाटा नहीं होगा । जो पूरा है अभी तक वो कभी आधा नहीं होगा ।। अगर सच है तो सच ही है, अगर है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 496 Share Nazar Dwivedi 8 Nov 2016 · 1 min read ग़ज़ल रोशनी देते हैं पुरखों के हवाले आज भी । ताक़ पर पुरनूर हैं उनके रिसाले आज भी ।। आस्था के दीप जलते हैं हमारे ज़ेह्न में । दौरे ग़र्दिश में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share