Namita Dubey Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Namita Dubey 9 Feb 2017 · 1 min read मैं समुन्द्र हूं मैं समुन्द्र हूं : *********** कितना कुछ आता है सब मुझमें समाता है मेरे अन्तर में मिल खारा पानी बन जाता है दुनिया की सभी नदियां नाले गटर और तलैया... Hindi · कविता 263 Share