मोहित शर्मा ज़हन Tag: लेख 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मोहित शर्मा ज़हन 9 Mar 2018 · 2 min read भूमिका या परिणाम? परिचय में एक व्यापारी हैं जो फिल्मों, साहित्य में रूचि लेते हैं। वो एक स्थानीय फिल्म बना रहे हैं जिसमें खुद ही हीरो बन गये हैं। उन्होंने ये भी एलान... Hindi · लेख 446 Share मोहित शर्मा ज़हन 25 Dec 2017 · 2 min read विचारों पर विचार कहानी लिखते समय कभी-कभी एक दुविधा का सामना करना पड़ता है। एक विचार को आधार बनाकर एक कहानी (या लेख) गढ़ी गयी। उस विचार से बहुत से अन्य बातें, विचार,... Hindi · लेख 302 Share मोहित शर्मा ज़हन 13 Dec 2017 · 3 min read सामाजिक समस्याओं में अंतर समस्या जीवन का अभिन्न अंग है। कुछ पाना है, कुछ करना है…सांस तक लेते रहना है तो भी कोई ना कोई समस्या मुँह बाये तैयार रहती है। हाँ, वीडियो गेम... Hindi · लेख 250 Share मोहित शर्मा ज़हन 12 Dec 2017 · 2 min read कला में संतुलन की कला “लाइफ इज़ नॉट फेयर”, ये प्रचलित कहावत है। मैंने पहले कई बार कलाकारों की दयनीय स्थिति पर बात रखी है। आज एक अलग सिरे से विचार रख रहा हूँ। कलाकार... Hindi · लेख 803 Share मोहित शर्मा ज़हन 9 Dec 2017 · 2 min read प्रतिक्रियाओं पर प्रतिक्रिया (हर कलाकार के लिए लेख) हर प्रकार के रचनात्मक कार्य, कला को देखने वाले व्यक्ति की प्रतिक्रिया अलग होती है। यह प्रतिक्रिया उस व्यक्ति की पसंद, माहौल, लालन-पालन जैसी बातों पर निर्भर करती है। आम... Hindi · लेख 545 Share मोहित शर्मा ज़हन 8 Dec 2017 · 2 min read हम सब (आंशिक) पागल हैं! मानसिक रूप से अस्थिर या गंभीर अवसाद में सामान्य से उल्टा व्यवहार करने वाले लोगों को पागल की श्रेणी में रखा जाता है। समाज के मानक अनुसार सामान्यता का प्रमाणपत्र... Hindi · लेख 456 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 2 min read समूह वाली मानसिकता प्राकृतिक और सामाजिक कारणों से हम सभी की पहचान कुछ समूहों से जुड़ जाती है। उदाहरण के लिए एक इंसान की पहचान कुछ यूँ - महिला, भारतीय, अच्छा कद, गेहुँआ... Hindi · लेख 325 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 3 min read जीवन में विलेन ढूँढने की आदत कॉमिक्स लेखन में एक कहावत है, “विलेन भी अपनी नज़रों में हीरो होता है।” खलनायक अपनी छोटी भूल से लेकर जघन्य अपराधों तक का इतनी चपलता से स्पष्टीकरण देता है... Hindi · लेख 444 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 5 min read इंटरनेटिया बहस के मादक प्रकार (व्यंग लेख) दो या अधिक लोगों, गुटों में किसी विषय पर मतभेद होने की स्थिति के बाद वाली चिल्ल-पों को बहस कहते हैं। वैसे कभी-कभी तो विषय की ज़रुरत ही नहीं पड़ती... Hindi · लेख 222 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 5 min read "…और मैं अनूप जलोटा का सहपाठी भी था।" *कलाकार श्री सत्यपाल सोनकर पिछले शादी के सीज़न से ये आदत बनायी है कि पैसों के लिफाफे के साथ छोटी पेंटिंग उपहार में देता हूँ। पेंटिंग से मेरा मतलब फ्रेम... Hindi · लेख 214 Share